साइबर अपराधियों को नहीं छू पा रही पुलिस, लोग लगा रहे थाने का चक्कर Jamshedpur News
झारखंड का जमशेदपुर साइबर क्राइम का गढ़ बन गया है। यहां रोज मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस साइबर अपराधियों पर लगाम नहीं लगा पा रही है।
जमशेदपुर, मुजतबा हैदर रिजवी। जमशेदपुर शहर में साइबर क्राइम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस सिर्फ शिकायतें दर्ज कर ही अपनी पीठ थपथपा रही है। न तो आरोपित गिरफ्तार हो रहे हैं और ना ही लोगों की लुटी हुई गाढ़ी-कमाई ही वापस मिल रही है। इसके चलते साइबर अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
शहर में हर रोज साइबर अपराध के चार-पांच मामले सामने आ रहे हैं। शायद ही किसी मामले में साइबर थाना किसी के पैसे वापस करा पाया हो। शहर के लोग साइबर अपराधियों के हाथों रोज लुट रहे हैं और साइबर थाना कुछ नहीं कर पा रहा है। साइबर थाने में रोज लोग अपनी शिकायतों का हाल जानने पहुंचते हैं और उन्हें बता दिया जाता है कि मामले में कार्रवाई चल रही है। क्या कार्रवाई चल रही है इस बारे में किसी को कुछ जानकारी नहीं दी जा रही है। सोनारी की बजरंग गैस एजेंसी का गूगल पर एक जुलाई को नंबर बदला गया। एजेंसी मालिक ने साइबर थाने में उसी दिन शिकायत की। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब तक 15 लोग ठगे जा चुके हैं। सोनारी के समाजसेवी अरूप बनर्जी कहते हैं कि शायद सैकड़ों लोग लुट जाएं तब साइबर थाने की नींद टूटे। साइबर थाना प्रभारी आरपी वाजपेयी कार्रवाई नहीं हो पाने के पीछे संसाधनों की कमी को बताते हैं।
फेसबुक पर खूब हो रहे अपराध
फेसबुक के जरिए खूब साइबर अपराध हो रहे हैं। साइबर थाने के पुलिस कर्मी खुद बताते हैं कि फेसबुक पर अपराध के जो मामले लड़कियां दर्ज कराती हैं उसे वो किसी कीमत पर किसी को नहीं बताते। क्योंकि, लड़कियों के सम्मान की बात है, लेकिन शायद ही किसी पर कार्रवाई हुई हो। भाजपा नेत्री फातमा शाहीन का कहना है कि अगर अपराधी गिरफ्तार होने लगें तो लोग ऐसा करने से डरेंगे। फेसबुक पर लड़कियों के खिलाफ होने वाले अपराध में कमी आएगी।
ज्यादा कारगर निकली सतना पुलिस
जमशेदपुर की साइबर पुलिस से तो ज्यादा होशियार सतना पुलिस निकली। वहां के कलेक्टर की फर्जी आइडी बना कर जमशेदपुर के साइबर ठगों ने लोगों के पैसे उड़ाने शुरू किए तो सतना पुलिस ने न केवल फौरन आरोपितों का पता लगा लिया बल्कि जमशेदपुर आकर उनकी गिरफ्तारी कर उन्हें सतना ले जाकर जेल में डाल दिया।
कार्रवाई नहीं होने से बेखौफ हैं अपराधी
शहर में साइबर अपराध करने वाले मुजरिम बेखौफ हैं। वो अपराध करने के बाद अपने मोबाइल पर बात करने से नहीं डरते। कुछ दिनों पहले बिहार के एक युवक को टाटा स्टील में नौकरी के नाम पर ठगने वाला कथित अमन सक्सेना फोन पर न बिना डर के बात करता था।
ये रहे कुछ मामले
- 24 जुलाई - साकची की जयमाता दी कंपनी की प्रोपराइटर दीपा शर्मा के खाते से 2.24 लाख रुपये की ठगी।
- 25 जुलाई- परसुडीह हलुदबनी के बांगी टुडू के खाते से 50 हजार 400 रुपये की निकासी।
- एक अगस्त- सोनारी के निर्मल नगर कृतिका अपार्टमेंट निवासी पुष्कार आर्या ने सतना के कलेक्टर के नाम से किया फर्जीवाड़ा।
- पांच अगस्त - सोनारी गुरुद्वारा के पूर्व प्रधान पर फेसबुक पर की गई टिप्पणी।
- सात अगस्त- ईमेल से नौकरी का आफर देकर सोनारी के मनोज भगत के बैंक खाते से उड़ाए 65 हजार।
- सात अगस्त - ओएलएक्स पर बारीडीह के रोशन वर्मा ने दिया बाइक बेचने के लिए नंबर डाला। ठगों ने उड़ा दिए 27 हजार रुपये।
- आठ अगस्त - सोनारी की बजरंग गैस एजेंसी का नंबर बदल कर 15 लोगों के खाते से उड़ाए पैसे।
- 14 अगस्त : लखनऊ विवि के प्रोफेसर एनके पांडेय को एटीएम का विवरण नहीं देने पर धमकाया गया।