Tata Workers Union : पीएफ ट्रस्टी ने शुरू कर दी पंचिंग, हो रहा मुखर विरोध Jamshedpur News
यूनियन के पूर्व डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव उर्फ टुन्नू चौधरी ने कहा कि कमेटी मेंबरों के लिए पीएफ कमेटी का पद बहुत सम्मानित है। यूनियन नेतृत्व की मौन स्वीकृति संस्था को कमजोर कर रही है
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। टाटा वर्कर्स यूनियन के चार सदस्यीय पीएफ कमेटी सदस्यों ने पहली जुलाई से टाटा स्टील में ड्यूटी के दौरान पंचिंग करना शुरू कर दिया है। इसे लेकर अब विरोध शुरू हो गया है। पीएफ कमेटी में जोगिंदर सिंह जोगी, अमोद दुबे, मुमताज आलम और ओपी सिंह सदस्य हैं।
ये पूर्व में कर्मचारियों के पीएफ संबंधी कामों के लिए ड्यूटी से रिलीज रहते थे। ये चारों सदस्य 15 दिन पंच कर और शेष 15 दिन विभागीय हेड की अनुमति के बाद हाजिरी बनती थी। लेकिन कंपनी प्रबंधन ने अब पीएफ कमेटी के सभी सदस्यों के लिए पंचिंग अनिवार्य कर दिया है।
यूनियन के पूर्व डिप्टी प्रेसीडेंट टुन्नू चौधरी ने कहा- यूनियन की अस्मिता पर आघात
टाटा वर्कर्स यूनियन के कमेटी मेंबरों का 2018-21 नाम से एक वाट्सएप ग्रुप है। इसमें कई कमेटी मेंबरों ने अपना विरोध जताना शुरू कर दिया है। यूनियन के पूर्व डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव उर्फ टुन्नू चौधरी ने इसे यूनियन की अस्मिता पर आघात बताया है। उनका कहना है कि दशकों से चली आर रही परंपरा से छेडछाड़ क्यों। यूनियन नेतृत्व की मौन स्वीकृति संस्था को कमजोर कर रही है। यह कोई व्यक्तिगत मामला नहीं है। कमेटी मेंबरों के लिए पीएफ कमेटी का पद बहुत सम्मानित पद है। इससे पहले भी आर रवि प्रसाद के कार्यकाल में मेडिकल एक्सटेंशन, डीए, फिक्सअप, आरओ समझौते में विभागीय कमेटी मेंबरों को नहीं बुलाने जैसे कई मामले हैं। हमें सौ वर्षो के गौरवशाली इतिहास के कारण यह पीढ़ी मिली है। सवाल उठता है कि क्या हम अपनी भावी पीढ़ी को कैसी यूनियन देने जा रहे हैं।
सिक्योरिटी में जल्द आरओ कराने की मांग
टाटा स्टील, सिक्योरिटी विभाग के कमेटी मेंबर बुधवार शाम टाटा वर्कर्स यूनियन कार्यालय पहुंचे। इस दौरान सभी ने यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद सहित विभागीय प्रभारी सह उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम व सहायक सचिव कमलेश सिंह से मिले और दो वर्षों से लंबित री-ऑर्गेनाइजेशन समझौता जल्द कराने की मांग की।
कंपनी प्रबंधन सिक्योरिटी कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने का प्रस्ताव दिया है। इस विभाग में दो वर्ष पहले 395 कर्मचारी कार्यरत थे तब कंपनी प्रबंधन ने पहले 170 फिर दूसरे प्रस्ताव में 195 करने का प्रस्ताव दिया था। इस पर वर्तमान में कंपनी प्रबंधन और यूनियन नेतृत्व के बीच वार्ता जारी है। यूनियन अध्यक्ष ने एलडी-2 की तर्ज पर सिक्योरिटी में भी जल्द री-ऑर्गेनाइजेशन कराने का आश्वासन दिया।