SOLAR ECLIPSE बादलों की लुका-छिपी के बीच लोगों ने देखा सूर्य ग्रहण Jamshedpur News
SOLAR ECLIPSE. ग्रहण के समय सूर्य और बादलों की लुका छिपी होती रही। इसी बीच उत्साहित लोगों ने ग्रहण का नजारा देखा। मंदिरों के पट बंद रहे ग्रहण छूटने के बाद हुई पूजा-अर्चना।
जमशेदपुर (जासं)। SOLAR ECLIPSE शहरवासियों ने गुरुवार को बादलों की लुका-छिपी के बीच दशक के अंतिम सूर्य ग्रहण का नजारा देखा। सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे।
इससे सूर्य ग्रहण देखने के आतुर लोगों को थोड़ी निराशा हुई। ग्रहण के समय आसमान में सूर्य और बादलों की लुका छिपी होती रही। इसी बीच ग्रहण देखने के लिए उत्साहित लोगों ने ग्रहण का नजारा देखा। इस सूर्य ग्रहण को 'रिंग ऑफ फायर का नाम दिया गया था। सूर्य ग्रहण सुबह आठ बजकर 21 मिनट से शुरू हुआ, जो 10.57 मिनट तक रहा।
ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले यानी बुधवार को ही लग गया था। ग्रहण के दौरान शहर के सड़क और बाजार वीरान रहे। हमेशा भीड़-भाड़ रहने वाले चौक-चौराहों में भी लोगों की उपस्थिति कम रहा। सूर्य ग्रहण छूटने के बाद लोगों ने नदी और पवित्र जलाशयों में स्नान-दान कर पुण्य कमाया। कड़ाके की ठंड पर आस्था भारी दिखी और स्वर्णरेखा घाट, डिमना लेक पर भक्तों की भीड़ लगी रही। कई लोगों ने अपने घरों में ही स्नान करने के बाद ही भोजन किया।
बंद रहे मंदिरों के पट
ग्रहण के दौरान शहर के मंदिरों के पट बंद कर दिए गए थे। बुधवार शाम को पूजन व आरती करने के बाद मंदिरों के पट बंद हो कर दिए गए थे। इस दौरान मंदिरों में दर्शन व पूजन बंद थे। गुरुवार को ग्रहण छूटने के बाद मंदिरों के पट खुले। पहले मंदिर परिसर की साफ-सफाई करने के बाद परिसर को धोया गया। इसके बाद देव-देवियों को पंचामृत से नहलाकर नए वस्त्र पहनाया गया। शुद्धीकरण के बाद उनकी विधिवत पूजा-अर्चना की गई और भोग लगाया गया। ग्रहण के दौरान महंतों ने मंत्र जाप किया और कई पंडितों ने मंत्रों पर सिद्धी प्राप्ति के लिए भी जाप किया।