उपवास पर बैठे नाई पेशा से जुड़े लोग, काम शुरू करने की मांगी अनुमति Jamshedpur News
नाई पेशा से जुड़े लोगों ने उपवास रखकर धरना दिया। नाई जागृति संघ के आह्वान पर रविवार सुबह दस बजे से उपवास रखकर धरना दिया गया गया।
जमशेदपुर, जासं। वैश्विक संकट बनकर खड़े कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन में चरणबद्ध तरीके से कई उद्योग-धंधों और कोरोबारियों को राहत तो मिली लेकिन सैलून संचालकों और नाई पेशा से जुड़े लोगों को कोई रियायत नहीं मिली। ये लगातार रियायत की मांग करते रहे हैं। इसकी कड़ी में रविवार को नाई पेशा से जुड़े लोगों ने उपवास रखकर धरना दिया। नाई जागृति संघ के आह्वान पर रविवार सुबह दस बजे से उपवास रखकर धरना दिया गया गया।
संघ के प्रदेश महासचिव सत्येंद्र कुमार प्रभात ने बताया कि उपवास कार्यक्रम में पूरे जमशेदपुर शहर के करीब डेढ़ हजार लोग शामिल हुए। जुगसलाई, बागबेड़ा, बिष्टुपुर, साकची, सोनारी, कदमा, मानगो, गोलमुरी, टेल्को, गोविंदपुर, बारीडीह, भुइयांडीह, आदित्यपुर समेत शहर से विभिन्न स्थानों पर सैलून के सामने और अपने-अपने घर पर नाई पेशे से जुड़े लोग पूरे परिवार के साथ उपवास रखकर धरना दिया। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद से ही सैलून आदि बंद हैं। ऐसे में नाई जाति के पेशेवर लोगों का रोजगार बंद हो गया। लंबे समय तक लॉकडाउन रहने और आमदनी ठप रहने के कारण इनके परिवार के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। प्रभात ने बताया कि अब तो कोरोना से बच भी जाएं, लेकिन भूख से तो लोग जरूर मरने लगेंगे।
आंदोलन और करेंगे तेज: विजय
संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि सरकार जल्दी कोई निर्णय नहीं लेती है तो यह आंदोलन तेज किया जाएगा। झारखंड सरकार नाई जाति के पेशेवर लोगों के लिए लॉकडाउन और अनलॉक की अवधि में ना किसी प्रकार की आर्थिक सहायता की घोषणा की और ना दुकान खोलने या काम करने की अनुमति दी है।