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Childrens Day 2019 : पंडित नेहरू अपनी कोट में लगाते थे झारखंड के जमशेदपुर के जुबिली पार्क के गुलाब

Childrens Day 2019 पंडित नेहरू अपनी कोट में जुबिली पार्क के गुलाब लगाते थे। वे पहली बार 1934 में गांधीजी के साथ आए थे । 1958 में जुबिली पार्क का उद्घाटन किया था।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 14 Nov 2019 09:11 AM (IST)Updated: Thu, 14 Nov 2019 09:11 AM (IST)
Childrens Day 2019 : पंडित नेहरू अपनी कोट में लगाते थे झारखंड के जमशेदपुर के जुबिली पार्क के गुलाब
Childrens Day 2019 : पंडित नेहरू अपनी कोट में लगाते थे झारखंड के जमशेदपुर के जुबिली पार्क के गुलाब

 जमशेदपुर, वीरेंद्र ओझा। Childrens Day 2019  देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का झारखंड के जमशेदपुर शहर से गहरा नाता है। वे यहां तीन बार आए। तीसरी बार उनका आगमन टाटा स्टील के 50 वर्ष पूरे होने की खुशी में आयोजित उत्सव में हुआ था। इसी दौरान उन्होंने जुबिली पार्क का उद्घाटन किया था, जो मैसूर के वृंदावन गार्डेन की तर्ज पर बना था।

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इस मौके पर पार्क में उनके द्वारा लगाया गया वट वृक्ष आज भी मौजूद है। गुलाब के शौकीन नेहरू के लिए यहां अलग से रोज गार्डेन (गुलाब बाग) लगाया गया था। इस पार्क में एक हजार से अधिक किस्म के गुलाब लगाए गए थे। इस पार्क के गुलाब नेहरू जी के पास पहुंचाए जाते थे, जिसे वे अपने कोट में भी लगाते थे। पंडित नेहरू ने एक मार्च 1958 को जुबिली पार्क का उद्घाटन तो किया ही था, उसी दिन बिष्टुपुर मेन रोड पर खादी भवन का उद्घाटन भी किया था।  

पहली बार गांधी के साथ आए थे

 

पहली बार पंडित नेहरू गांधीजी के साथ 1934 में आए थे। उस वक्त वे सोनारी व साकची के आसपास की बस्तियों में भी गए थे, जहां गांधीजी के साथ हरिजन कोष के लिए चंदा भी मांगा था। पं. नेहरू दूसरी बार 26 नवंबर 1950 को जमशेदपुर आए थे, जिसमें उन्होंने बर्मामाइंस में राष्ट्र्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (नेशनल मेटालर्जिकल लेबोरेटरी) का उद्घाटन किया था। उस वक्त यह देश की प्रयोगशाला थी, जिसे लोहा व इस्पात के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए खोला गया था। अपने संबोधन में उन्होंने टाटा स्टील समेत प्रयोगशालाओं को मंदिर का दर्जा दिया था। 

जेआरडी के खास दोस्त

पंडित जवाहरलाल नेहरू जेआरडी टाटा के खास दोस्तों में शुमार थे। वे देश के औद्योगिक विकास के लिए जेआरडी से सलाह लेते थे। उन्होंने टाटा द्वारा उठाए गए मजदूरों के कल्याण संबंधी कई योजनाओं को भारत सरकार के माध्यम से देश भर में लागू कराया। इनमें परिवार नियोजन, मातृत्व अवकाश, आठ घंटे की कार्य अवधि, मानव संसाधन विभाग का गठन आदि प्रमुख हैं।   


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