पश्चिम बंगाल लौटे शरणार्थी भाजपाई पंचायत प्रतिनिधि
शरणार्थी बनकर जीवन यापन कर रहे पश्चिम बंगाल के भाजपा समर्थक पंचायतप्रतिनिधियों का दल रविवार को अपने गृह जिला झाड़ग्राम रवाना हो गया।
संसू, चाकुलिया। पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया में पिछले डेढ़ माह से शरणार्थी बनकर जीवन यापन कर रहे पश्चिम बंगाल के भाजपा समर्थक पंचायतप्रतिनिधियों का दल रविवार को अपने गृह जिला झाड़ग्राम रवाना हो गया। हालांकि, इनमें कुछ अभी भी ठहरे हुए हैं। वे बाद में जाएंगे। बताया गया कि प्रात: दस बजे टाटानगर खड़गपुर पैसेंजर ट्रेन से 125 शरणार्थियों में से करीब सौ शरणार्थी वापस लौट गए। भाजपा समर्थित इन पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि 27 अगस्त को पंचायत प्रधान यानी मुखिया पद का चुनाव है, जिसमें उन्हें मतदान करना है।
मतदान से पूर्व वे क्षेत्र में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करना चाहते हैं। पंचायत समिति के लिए चुनाव 28 अगस्त को होगा। इसलिए बाकी बचे प्रतिनिधि 27 अगस्त को चाकुलिया शहर से अपने गृह क्षेत्र के लिए रवाना होंगे। पंचायत गठन के बाद 31 अगस्त से छह सितंबर तक प्रखंड प्रमुख का चुनाव होगा, जबकि जिला परिषद के लिए 6 सितंबर से 10 सितंबर तक मतदान होगा। पंचायत प्रतिनिधियों के साथ वापस लौटे झाड़ग्राम जिला भाजपा के महामंत्री संजीत महतो ने बताया कि भाजपा समर्थित एक भी प्रतिनिधि इधर से उधर नहीं होंगे। बोर्ड गठन में सभी भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट करेंगे। इन पंचायत प्रतिनिधियों का आरोप रहा है कि तृणमूल कांग्रेस सरकार और झाड़ग्राम जिला प्रशासन उन्हें तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन करने का दबाव बना रहा है। इसके लिए पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री और उनके प्रतिनिधि ने कोलकाता बुलाकर लालच व धमकी भी दिया था।
पंचायत प्रतिनिधियों के अनुसार, उनके परिवार को नौकरी देने का प्रलोभन दिया गया। ऐसा नहीं करने पर उन्हें झूठे मुकदमों और माओवादी मामलों में फंसाने की धमकी भी दी गई है। उधर, झाड़ग्राम के भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि तृणमूल शासन इन पंचायत प्रतिनिधियों को अपने पक्ष में करने के लिए हर संभव उपाय कर रही है। पार्टी ने अपने समर्थकों की सुरक्षा पुख्ता करने की मांग की थी। पार्टी को डर है कि तृणमूल कार्यकर्ता इनके साथ किसी घटना को अंजाम दे सकते हैं।