पंचायत सचिवालय में लगा था ताला, बिना जांच किए लौटी आडिट टीम
बड़ाखुर्शी पंचायत सचिवालय के कर्मचारियों की मनमानी से ग्रामीण समेत जांच के लिए पहुंची टीम भी त्रस्त रही। शनिवार को कई घंटों तक इंतजार करने के बाद भी पंचायत सचिवालय नहीं खुला। ग्रामीणों के अनुसार अक्सर यह सिलसिला चलता आ रहा है। वरीय अधिकारी से शिकायत भी की गई थी परंतु कोई सुधार नहीं हुआ..
संवाद सूत्र, गालूडीह : बड़ाखुर्शी पंचायत सचिवालय के कर्मचारियों की मनमानी से ग्रामीण समेत जांच के लिए पहुंची टीम भी त्रस्त रही। शनिवार को कई घंटों तक इंतजार करने के बाद भी पंचायत सचिवालय नहीं खुला। ग्रामीणों के अनुसार, अक्सर यह सिलसिला चलता आ रहा है। वरीय अधिकारी से शिकायत भी की गई थी, परंतु कोई सुधार नहीं हुआ। शनिवार को बड़ाखुर्शी पंचायत सचिवालय में दिन भर ताला लटका रहा। ग्रामीण व मनरेगा योजना से संचालित बागवानी योजना से संबंधित दस्तावेजों की जांच करने के लिए सोशल आडिट टीम की सदस्य राधा शर्मा व रानी किस्कू पंचायत सचिवालय पहुंची थीं। कई घंटों तक उन्होंने पंचायत सचिवालय खुलने का इंतजार भी किया। परंतु अंतत: वे वापस लौट गईं। रोजगार सेवक प्यारेलाल महतो भी पंचायत खुलने का इंतजार करते रहे। पंचायत क्यों नहीं खुला, इसका जवाब न तो रोजगार सेवक दे पाए और न ही मुखिया राधिका सिंह। बागवानी योजना सं संबंधित दस्तावेजों की आडिट करने पहुंची टीम की सदस्य राधा शर्मा व रानी किस्कू ने कहा कि मनरेगा के तहत बागवानी योजना से संबंधित कार्यस्थल की जांच करने के बाद पंचायत सचिवालय में योजना से संबंधित दस्तावेजों की जांच करने के उद्देश्य से वे आईं थीं। परंतु पंचायत सचिवालय में ताला लगा हुआ है। जांच को लेकर पूर्व में ही सूचना दे दी गई थी। फिर भी पंचायत सचिव रमेश महतो नदारद हैं। पंचायत में आडिट टीम आने की कोई सूचना मुझे नहीं दी गई थी। पंचायत सचिवालय खुला रखना मेरी जिम्मेदारी है। मैने रोजगार सेवक को पंचायत सचिवालय खोलने के लिए चाबी दे दी थी। दो पंचायतों का प्रभार होने के कारण समय पर नहीं पहुंच सका। आगे से प्रयास होगा कि प्रतिदिन पंचायत सचिवालय खुला रहे।
- रमेश महतो, पंचायत सचिव, बड़ाखुर्शी पंचायत।