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बहरागोड़ा में बारिश से धान की फसल बर्बाद

विगत दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से बहरागोड़ा प्रखंड में धान और सब्जी की फसलों का काफी नुकसान पहुंचा है। लगातार हो रही बारिश से पूरा खेत पानी में डूबा हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Oct 2021 07:30 AM (IST)Updated: Tue, 19 Oct 2021 07:30 AM (IST)
बहरागोड़ा में बारिश से धान की फसल बर्बाद
बहरागोड़ा में बारिश से धान की फसल बर्बाद

संवाद सूत्र, बहरागोड़ा : विगत दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से बहरागोड़ा प्रखंड में धान और सब्जी की फसलों का काफी नुकसान पहुंचा है। लगातार हो रही बारिश से पूरा खेत पानी में डूबा हुआ है। बहरागोड़ा प्रखंड धान की खेती के लिए प्रसिद्ध है। इस प्रखंड में हर वर्ष हजारों एकड़ जमीन पर क्षेत्र के किसान धान की खेती करते हैं। बहरागोड़ा प्रखंड धान की कटोरी के नाम से भी प्रसिद्ध है। परंतु इस वर्ष असमय हो रही बारिश से धान की फसल और सब्जी की खेती को भारी नुकसान पहुंचा है। खेत पानी में डूब जाने के कारण क्षेत्र के किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। प्रखंड के खंडामौदा गांव में 40 बीघा जमीन पर किसान धान की खेती की है और फसल भी तैयार हो चुका है। धान की फसल कटने के समय ही बारिश होने के कारण गांव के कुछ खेत पानी में डूबा हुआ है और अधिकांश खेतों में पानी भर गया है। किसानों ने बताया कि खेत में पानी भर जाने के कारण वे सभी धान की फसल की कटाई नहीं कर पा रहे हैं। किसानों ने कहा कि यही हाल रहा तो गांव के सभी खेत पानी में डूब जाएगा जिससे धान से अंकुर निकल जाएंगे जिससे किसानों को भारी नुकसान होगा। किसानों ने कहा कि लॉकडाउन के समय किसी तरह उधारी लेकर या लोन लेकर गांव के किसान धान की खेती की थी परंतु असमय बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है। किसानों ने कहा कि धान कटनी के समय ही विगत दो दिनों से हो रही बारिश के कारण किसान अपनी तैयार फसलों की कटाई भी नहीं कर पाए हैं और फसल पानी में डूबा हुआ है इससे किसानों की कमर टूट गई है। घाटशिला में 51.40 मिमी हुई बारिश : पिछले दो दिनों से हो रहीं बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। कई स्थानों पर जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई। जलजमाव के कारण लोगों को काफी परेशानी हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के खेतों में भी इसका प्रभाव पड़ा है। लगातार हो रहीं बारिश से कई स्थानों पर खेतों में लगे धान की फसल आंशिक रूप से बर्बाद हो गई है। घाटशिला क्षेत्र में 17 अक्टूबर को 5 मिलीमीटर वर्षा हुई। वहीं 18 अक्टूबर को 51.40 मिलीमीटर वर्षा हुई। सोमवार दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। रुक रुक कर वर्षा होती रहीं। वर्षा के कारण सड़कों पर लोग कम निकले। ईधर दो दिनों से हो रहीं वर्षा के कारण स्वर्णरेखा के जलस्तर में बढोत्तरी हुई। स्वर्णरेखा का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। पर्यटन स्थल बुरुडीह में उमड़े लोग : दो दिनों से हो रही झमाझम बारिश से मौसम सुहावना हुआ। पर्यटन स्थलों पर लोगों की भीड़ देखी गई। घाटशिला के बुरुडीह में काफी संख्या में लोग पहुंचे। लोगो ने बारिश के बीच पर्यटन स्थल की खूबसूरती का लुफ्त उठाया। बरसात के कारण बुरुडीह डैम का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है। कृषि विभाग फसलों की क्षति का करेगा आकलन : लगातार दो दिनों से हो रहीं बारिश के मद्देनजर प्रखंड कृषि विभाग अलर्ट पर है। प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी दिलीप बारीक से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अभी तक बारिश से फसल नुकसान होने की कोई सूचना नहीं मिली है। संबंधित क्षेत्र के कृषि मित्रों से जानकारी ली जा रहीं है। क्षतिपूर्ति के लिए किसी प्रकार का कोई आवेदन नहीं आया है। अगर क्षतिपूर्ति के लिए किसान आवेदन देंगे तो अंचल के माध्यम से जांच करवाकर फसल क्षतिपूर्ति का लाभ देने की पहल किया जाएगा।

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