चांसलर प्रतियोगिता : आयोजन समिति में 85 सदस्य, खेलने पहुंचे 79
कोल्हान विवि की चांसलर प्रतियोगिता में भाग लेने मात्र 79 खिलाड़ी ही पहुंचे। इस प्रतियोगिता के लिए विवि ने 17 तरह की कमेटी बनाई गई थी और इसके लिए 85 सदस्य बनाये गए थे।
जमशेदपुर, जेएनएन। कोल्हान विश्वविद्यालय तरह-तरह के कारनामों से चर्चित रहता है। अबकी चर्चा खेल प्रतियोगिता को लेकर है। इसकी आयोजन समतियों में 85 सदस्य हैं और खिलाड़ी आए सिर्फ 79। खिलाडिय़ों की संख्या कम से कम 200 तो होनी ही चाहिए थी।
विवि के तत्वाधान में तीरंदाजी और बॉक्सिंग की चांसलर प्रतियोगिता का उद्घाटन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने किया। जेआरडी टाटा स्पोट्र्स काम्पलेक्स में उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर काफी तामझाम किया गया, लेकिन इस प्रतियोगिता में भाग लेने मात्र 79 खिलाड़ी ही पहुंचे। जबकि इस प्रतियोगिता के लिए विवि द्वारा 17 तरह की कमेटी बनाई गई थी और इसके लिए 85 सदस्य बनाये गए थे।
दो विश्वविद्यालयों से नहीं पहुंचे खिलाड़ी
79 खिलाडिय़ों में से कोल्हान विवि के ही 50 खिलाड़ी शामिल रहे। तीरंदाजी में केयू के 21, रांची विवि के 13, कोयलांचल विवि के 14, श्यामा प्रसाद विवि के 02 खिलाडिय़ों ने भाग लिया। विनोबा भावे विश्वविद्यालय तथा सिदो-कान्हू विवि की टीम ने इस प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया। बॉक्सिंग की बात करें तो केयू के 14 खिलाड़ी इसमें भाग ले रहे हैं, जबकि रांची विवि और कोयलांचल विवि के 15 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
केयू के खिलाडिय़ों को मिलते हैं मात्र 250 रुपये
कोल्हान विश्वविद्यालय खेल प्रतिभा को निखारने की बात करता है, लेकिन विडंबना यह है कि इसके पास अपना खेल बजट ही नहीं है। बल्कि छात्रों के चंदे से केयू खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है। चांसलर ट्रॉफी के आयोजन में विवि जहां पांच लाख रुपये अधिक खर्च कर रहा है, वहीं इसके खिलाडिय़ों को मात्र 250 रुपये मिल रहे हैं। रांची विश्वविद्यालय व श्यामा प्रसाद विवि के खिलाडिय़ों को 450 रुपये मिलते हैं। टीम मैनेजर की बात करें तो केयू के टीम मैनेजर को 350 रुपये तथा अन्य विवि के टीम मैनेजर को 600 रुपये मिलते हैं। इसमें खाने व यात्रा भत्ता शामिल है।