सुंदरीकरण में एक करोड़ खर्च, नहीं लगाया बोर्ड
उपायुक्त कार्यालय के सुंदरीकरण पर एक करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए। लेकिन नियमानुसार इस काम का कोई बोर्ड नहीं लगाया गया।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। उपायुक्त कार्यालय के सुंदरीकरण पर एक करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए। लेकिन, नियमानुसार इस काम का कोई बोर्ड नहीं लगाया गया। जबकि, नियमानुसार काम के विवरण का बोर्ड उपायुक्त कार्यालय में लगाया जाना था। उपायुक्त खुद जब किसी योजना का निरीक्षण करने जाते हैं तो बोर्ड नहीं लगने पर कार्रवाई का आदेश देते हैं। लेकिन, यहां बोर्ड नहीं लगने के पीछे कारण बताया जा रहा है कि योजना में आवंटित रकम से ज्यादा रुपये सुंदरीकरण पर खर्च कर दिए गए हैं। इसी वजह से अधिकारी बोर्ड लगाने से कतरा रहे हैं।
उपायुक्त कार्यालय के सुंदरीकरण में इसे कारपोरेट लुक दिया गया है। यही नहीं, कांफ्रेंस हाल और वीसी रूम को भी आधुनिक बनाया गया है। उपायुक्त के चैंबर में भी काफी काम हुआ है। इसके बगल में वार रूम बनाया गया है। इसके लिए निकले टेंडर में भी खेल होने के आरोप हैं। टेंडर में ऊषा इंडिया कंपनी, अजय कुमार मिश्रा, ग्रांड पी इंटरप्राईजेज और मां उग्रा तारा कंस्ट्रक्शन प्राईवेट लिमिटेड ने टेंडर डाला था। इसमें से अजय मिश्रा को काम मिला था। कहा जा रहा है कि कार्यालय के सुंदरीकरण में काफी रकम खर्च कर दी गई है। ये काम भवन निर्माण विभाग ने कराया है। बोर्ड भी भवन निर्माण विभाग को ही लगाना था। लेकिन, विभाग के कार्यपालक अभियंता ने अब तक यहां बोर्ड नहीं लगाया है।
बोर्ड पर लिखा होता है योजना का विवरण
नियमानुसार सभी योजना में बोर्ड लगाना अनिवार्य है। इस बोर्ड पर योजना का पूरा विवरण होता है। कितने की योजना को मंजूरी मिली है। इसमें क्या क्या काम होना है। इसका विवरण बोर्ड में जरूर होना चाहिए।