Omicrone ALERT : ओमिक्रोन की चिंता से रेलवे के कदम भी ठिठके, ALERT
Omicrone ALERT कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन की आहट से पूरी दुनिया दहशत में है। भारत में विदेशों से आने वालों की कड़ी जांच की जा रही है। अब रेलवे भी सतर्क हो गया है। एहतियात के तौर पर अभी से ही कड़े कदम उठाए जा रहे हैं...
जमशेदपुर, जासं। कोरोना के बाद ओमिक्रोन (Omicron) ने सबके कान खड़े कर दिए हैं। रेलवे ने भी कोविड -19 वायरस के ओमिक्रोन के संबंध में अधिसूचना जारी की है, जिसमें इसके प्रसार को रोकने के लिए रेलवे ने एहतियाती कदम उठाना शुरू कर दिया है। रेलवे ने सख्त दिशा-निर्देश जारी करते हुए ऑक्सीजन सिलेंडरों का पर्याप्त स्टॉक करने को कहा है। इसके साथ ही पीपीई किट और ओमिक्रोन की जांच सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहा है। इसने आइसीयू बेड तैयार रखने और हर रेलकर्मी को अनिवार्य रूप से टीका लगाने पर भी जोर दिया है।
पीएसए प्लांट व वेंटिलेटर तैयार रखने का निर्देश
रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक डा. के श्रीधर ने 24 नवंबर को जारी आदेश में सभी जोन और उत्पादन इकाइयों को दक्षिण अफ्रीका से SARS CoV-2 वैरिएंट Omicron मिलने की सूचना देते हुए चिंता जताई है। डा. श्रीधर ने इकाई प्रमुखों व महाप्रबंधकों को पीएसए संयंत्रों (प्रेशर स्विंग एडसार्प्शन प्लांट) से संबंधित सभी लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने को कहा है। इसके साथ ही पीएसए संयंत्रों और वेंटिलेटरों के उचित रखरखाव और कामकाज की निगरानी करते रहने को कहा है।
कोविड दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखने को कहा
डा. के श्रीधर ने अपने अधिकारियों से कोविड-19 से बचाव की सामग्री का प्रचुर या बफर स्टॉक रखने को कहा है, जिसमें COVID-19 दवाओं और आवश्यक पीपीई किट के अलावा टेस्टिंग किट भी शामिल है।
आइसीयू और गैर-आइसीयू दोनों क्षमताओं में बच्चों की चिकित्सा के साथ-साथ कोविड-19 बेड की पर्याप्त संख्या बनाए रखने का निर्देश है। डॉ. श्रीधर ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कर्मचारियों व यूनियन अधिकारियों सहित रेलवे के सभी लाभार्थियों को जल्दी से जल्दी टीका लग जाए।
कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन हो
डा. श्रीधर ने सभी महाप्रबंधकों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन सख्ती से करने को कहा है। उन्हें सलाह दी गई है कि वे इस पर काम करें और किसी भी एडवाइजरी के लिए संबंधित अधिकारियों के संपर्क में रहें। जारी अधिसूचना के अनुसार, सभी चिकित्सा बुनियादी ढांचे की बारीकी से समीक्षा की जानी चाहिए।
किसी भी गैप या कमी को पूरा करने के लिए समय-समय पर मूल्यांकन या समीक्षा की जानी चाहिए। स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 रोगियों के वर्तमान प्रबंधन व प्रोटोकॉल के संबंध में नियमित प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।