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Tata steel से एनएस ग्रेड कर्मचारी बर्खास्त, ये रही वजह Jamshedpur News

टाटा स्टील प्रबंधन ने कोक प्लांट ऑपरेशन में कार्यरत न्यू सीरीज (एनएस) ग्रेड कर्मचारी जमुना जेना को पिछले दिनों बर्खास्त कर दिया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 15 Jun 2019 02:43 PM (IST)Updated: Sat, 15 Jun 2019 02:43 PM (IST)
Tata steel से एनएस ग्रेड कर्मचारी बर्खास्त, ये रही वजह Jamshedpur News
Tata steel से एनएस ग्रेड कर्मचारी बर्खास्त, ये रही वजह Jamshedpur News

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता।  टाटा स्टील प्रबंधन ने कोक प्लांट ऑपरेशन में कार्यरत न्यू सीरीज (एनएस) ग्रेड कर्मचारी जमुना जेना को पिछले दिनों बर्खास्त कर दिया है। जेना टाटा वर्कर्स यूनियन के डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय के विभाग से हैं। एक माह में यह दूसरा मामला है जब अरविंद पांडेय के विभाग से कोई कर्मचारी बर्खास्त हुआ हो। इससे पहले चंद्रभूषण पांडेय भी अपनी नौकरी गवां चुके हैं। 

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प्राप्त जानकारी के अनुसार जमुना जेना के साथ ठेका कंपनी मेसर्स बीएन दत्ता कंपनी के ठेका कर्मचारी भी कार्यरत हैं। टाटा स्टील में मेंटोर-मेंटी कार्यक्रम संचालित है। इस कार्यक्रम के तहत ठेका कर्मचारी अपना सुख-दुख स्थायी कर्मचारियों से साझा करते हैं। बीएन दत्ता ठेका कंपनी में कार्यरत कुछ ठेकाकर्मियों ने जेना से शिकायत की थी कि उन्हें पिछले दो माह से वेतन नहीं मिल रहा है। चूंकि जेना झामुमो की राजनीति से भी जुड़े हुए हैं और उनका प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सीधा संपर्क भी है। इसलिए ठेकाकर्मियों की पैरवी करने के लिए वे खुद ही ठेकादार के कार्यालय पहुंच गए थे, जिसकी शिकायत ठेकेदार ने कंपनी प्रबंधन से कर दी।

 ये लगे थे आरोप

जेना पर आरोप लगा कि उन्होंने ठेका कंपनी से मामले को दबाने के लिए रिश्वत ली। दो माह चली जांच प्रक्रिया के बाद गुरुवार को कंपनी प्रबंधन ने जमुना जेना को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। जेना पर आरोप है कि उन्होंने ठेकाकर्मियों की शिकायत कांट्रेक्टर सेल में करने के बजाए खुद पैरवी करने पहुंच गए थे। इस पूरे मामले में कंपनी प्रबंधन और यूनियन नेतृत्व ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है। 

नौकरी से हटाना गलत

इस कार्रवाई पर कुछ कर्मचारी दबी जुबान से इतना जरूर कह रहे हैं कि जेना की मंशा खराब नहीं थी। अगर उसने कंपनी नियमों को तोड़ा तो उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो। उसका एक-दो इंक्रीमेंट कंपनी न दे। लेकिन सीधे नौकरी से बर्खास्तगी सहीं नहीं है। जेना पर हुई कार्रवाई के बाद नौकरी, क्वार्टर, मेडिकल सहित सभी सुविधा समाप्त हो गई और उनके बच्चों का भविष्य भी अधर में लटक गया है। 

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