Jamshedpur में कोरोना का कहर, अब स्कूल जाने वाले सभी विद्यार्थियों को कराना होगा कोविड टेस्ट
Covid test Update कोरोना संक्रमण के कारण पिछले एक साल से स्कूल बंद है। संक्रमण के फैलते असर को देखते हुए जिला प्रशासन ने ऑफलाइन कक्षा में जाने वाले सभी छात्रों का कोविड टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया है।
जमशेदपुर : जमशेदपुर में बढ़ते कोरोना के प्रकोप को देखते हुए अब जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है। मंगलवार को ही एक दिन में 125 से अधिक कोरोना मरीज मिले, जो इस साल एक दिन में मिले मरीजों की संख्या का रिकार्ड स्तर है। प्रशासन ने सभी लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है।
कोरोना संक्रमण के कारण पिछले एक साल से स्कूल बंद है। कुछ मौकों पर आठ से 12 वीं तक की कक्षाएं शुरू की गई। लेकिन संक्रमण के फैलते असर को देखते हुए जिला प्रशासन ने ऑफलाइन कक्षा में जाने वाले सभी छात्रों का कोविड टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया है।
इस संबंध में उपायुक्त सूरज कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में यह फैसला लिया गया। इससे पहले डीबीएमएस स्कूल कदमा ने अपनी ओर से कदम उठाते हुए कक्षा आठ से लेकर 12वीं तक के छात्रों का कोविड टेस्ट कराने के बाद ही स्कूलों में प्रवेश को लेकर संदेश अभिभावकों को गुरुवार की सुबह ही भेज दिया था। कोविड जांच रिपोर्ट की प्रति सौंपने के बाद ही बच्चों की इंट्री विद्यालय में होगी। इस संबंध में सभी निजी स्कूल भी एकमत दिखे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी यह फैसला ले लिया है तथा स्वास्थ्य विभाग को आदेश दिया है कि वे इस संबंध में स्कूलों को पत्र प्रेषित करें कि उनके यहां कैंप लगाकर छात्रों एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं का कोविड जांच कराया जाए। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों को पत्र भेजने की तैयारी कर रहा है। कक्षा आठ से लेकर 12वीं तक के सभी छात्रों का कोविड टेस्ट होगा। शिक्षा विभाग को इस संबंध में पत्र भेजा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती होगी छात्रों की कोविड जांच
जमशेदपुर के स्कूली बच्चों की कोरोना जांच स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चुनौती होगी। विभाग तो स्कूलों को पत्र भेजने की तैयारी कर रहा है, लेकिन जांच कैसे होगी यह स्पष्ट नहीं है। शहर के एक स्कूल में बच्चों एवं शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग जांच की दिशा में कदम उठा रहा है, ताकि बच्चे सुरक्षित रह सकें। कक्षा आठ से लेकर 12वीं तक की ऑफलाइन कक्षाओं में पूर्वी सिंहभूम में एक लाख से अधिक छात्र पढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी व पदाधिकारियों की कमी है। वे कोविड नियंत्रण के कार्य एवं जांच में पहले से ही लगे हैं। ऐसे में छात्रों की जांच एक नई चुनौती बनकर उभरेगी।