36 वर्षों बाद भी इंसाफ नहीं मिलने से होता है बेगानेपन का एहसास : इंदर सिंह
All India Sikh Student Federation. सतनाम सिंह गंभीर का कहना है कि वर्ष 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश भर में सिखों का सामूहिक कत्लेआम हुआ था। इस घटना को सिख समाज आज तक नहीं भूला है।
जमशेदपुर, जासं। पूर्व प्रधानमंत्री की वर्ष 1984 में हत्या के बाद पूरे देश में सिखों का नरसंहार हुआ था। इस घटना के 36 वर्षो बाद भी इंसाफ नहीं मिलने से सिखों को एहसास होता है कि वे भारत के नागरिक नहीं हैं। उन्हें बेगानेपान का एहसास होता है। यह कहना है मानगो गुरुद्वारा के पूर्व प्रधान इंदर सिंह इंदर का।
ऑल इंडिया सिख स्टुडेंट फेडरेशन ने रविवार को साकची गुरुद्वारा में कीर्त्तन दरबार आयोजित कर वर्ष 1984 में हुए सिखों के सामूहिक नरसंहार में मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान फेडरेशन ने नरसंहार के पीडि़त परिवारों के सदस्यों को सरोपा भेंट कर सम्मानित भी किया। फेडरेशन के पूर्वी भारत के अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नरसंहार के पीडित परिवारों को इंसाफ दिलाने की मांग की।
सतनाम सिंह गंभीर का कहना है कि वर्ष 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश भर में सिखों का सामूहिक कत्लेआम हुआ था। इस घटना को सिख समाज आज तक नहीं भूला है। ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन हर साल पूरी दुनियां में सिख कौम के साथ हुई बेइंसाफी की आवाज़ बुलंद करने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करता है। गंभीर का कहना है कि 36 वर्ष बीत जाने के बाद भी इंसाफ न मिलना सिखों को यह अहसास कराता है जैसे वे भारत के नागरिक ही नहीं हैं।
ये कहा सीजीपीसी चेयरमैन ने
सीजीपीसी के चेयरमैन शैलेंदर सिंह और प्रधान महेन्द्र सिंह ने कहा कि भाजपा अब तक कांग्रेस पर आरोप लगाती है कि कांग्रेस ने सिखों के साथ इंसाफ नहीं किया। लेकिन अब तो केंद्र में भाजपा की सरकार है उसे चाहिए कि वह सिखों को इंसाफ दे। तख़्त श्री पटना साहिब के उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह ने फेडरेशन के संघर्ष में समाज को शामिल होने का आह्वान किया। इस नरसंहार की 36वीं वर्षगांठ के मौके पर शहीद हुए गुरपल सिंह के बेटे हरजीत सिंह, उत्तम सिंह के पोते बलबीर सिंह को सरोपा देकर सम्मानित किया। इस मौके पर सीजीपीसी के चेयरमैन शैलेंद्र सिंह, प्रधान महेंद्र सिंह, बलजीत सिंह संसोआ, अकाली दल के अध्यक्ष सुखदेव सिंह, स्त्री सत्संग सभा की दलबीर कौर, कमलजीत कौर, महेंद्र पाल, राम किशन सिंह, रवींद्र सिंह, त्रिलोक सिंह, हरप्रीत सिंह, परजीत सिंह, इंदरपाल सिंह, अमरजीत सिंह, मनजीत सिंह, ओंकार सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।