कैंपस : प्रतिनियुक्त कर्मचारियों के भरोसे चल रहा डीईओ आफिस
ऐसी बात नहीं है कि इसके लिए डीईओ ने विभाग के वरीय पदाधिकारियों के साथ पत्राचार नहीं किया है।
जासं, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का सारा कार्य प्रतिनियुक्त कर्मचारियों के भरोसे हो रहा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) का कार्यालय में सिर्फ डीईओ और एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का पद स्वीकृत हैं। 20 साल बीत गए लेकिन, यहां इनके अलावा किसी भी कर्मचारी का पद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने स्वीकृत नहीं किया है। ऐसी बात नहीं है कि इसके लिए डीईओ ने विभाग के वरीय पदाधिकारियों के साथ पत्राचार नहीं किया है। कम से कम एक दर्जन से अधिक पत्राचार इस संबंध में हो चुका है लेकिन, स्थिति जस की तस बनी हुई है।
इस कार्यालय में एक भी तृतीय वर्ग के कर्मचारी का पद स्वीकृत नहीं है। वर्षो से पद सृजन की मांग की जा रही है। जिले में समूची शिक्षा प्रक्रिया की निगरानी तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए कार्य करने वाले विभाग के पास एक भी कर्मचारी नहीं है। ऐसे में यहां के कार्यालय में प्रतिनियुक्त होने की भी होड़ लगी रहती है। वर्तमान में इस कार्यालय के अधीन 15 तृतीय वर्ग के कर्मचारी कार्यरत हैं। सभी के सभी प्रतिनियुक्त हैं। दरअसल डीईओ कार्यालय की स्थापना के समय यहां के पदों को स्वीकृत नहीं किया गया, यहीं विभाग की गलती थी। वर्तमान में यह कार्य बड़ा कठिन है। इससे पूर्व के जिला शिक्षा पदाधिकारी सह वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा उप निदेशक शिवेंद्र कुमार ने इस दिशा में काफी प्रयास किया था, उम्मीद थी कि पद स्वीकृत हो जाएंगे। इसी दौरान उनका स्थानांतरण भी हो गया और संचिका स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग में ही लटकी है। वर्तमान में प्राथमिक शिक्षा से लेकर प्लस टू तक की शिक्षा के कार्यो का संचालन इसी कार्यालय से हो रहा है। लगभग 4000 स्कूलों का संचालन तथा निगरानी प्रतिनियुक्त कर्मचारियों के भरोसे हो रहा है।