Move to Jagran APP

इसलिए यहां बाहर से बेटे और बेटियों के नहीं आते रिश्ते

जमशेदपुर से सटे प्रखंड पटमदा में पहाड़ की तलहटी में बसे गांव जरकी में बेटे और बेटियों का रिश्ता बाहर से नहीं आता। लोग गांव के ही टोलों में शादियां करते हैं।

By Edited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 11:00 AM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 05:44 PM (IST)
इसलिए यहां बाहर से बेटे और बेटियों के नहीं आते रिश्ते
इसलिए यहां बाहर से बेटे और बेटियों के नहीं आते रिश्ते

मुजतबा हैदर रिजवी, जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय जमशेदपुर से सटे प्रखंड पटमदा में पहाड़ की तलहटी में बसे गांव जरकी में बेटे और बेटियों का रिश्ता बाहर से नहीं आता। लोग गांव के ही टोलों में शादियां करते हैं। क्योंकि, गांव में एक भी शौचालय नहीं है। कभी-कभार कोई रिश्ता आ भी गया तो लड़की वाले ये जानकर कि यहां उनकी बेटी को भी खुले में शौच जाना पड़ेगा, वापस लौट जाते हैं। गांव में शुद्ध पेयजल का भी इंतजाम नहीं है। इस गांव के कुल टोलों को मिला कर 40-45 घर हैं। लेकिन, किसी घर में शौचालय नहीं है।

loksabha election banner

यहां आनंद टुडू का एक इंदिरा आवास बना है। लेकिन, इस आवास में भी शौचालय नहीं बना है। आनंद अभी भी अपने पुराने कच्चे मकान में ही रहना पसंद करते हैं। गांव में दुंगी टुडू का इंदिरा आवास पिछले साल से बन रहा है। छत ढलाई का काम पूरा हो चुका है। प्लास्टर बाकी है। दरवाजे नहीं लगाए गए। इसमें शौचालय की जगह को तो दीवार से घेर दिया गया है लेकिन इसमें अभी सीट नहीं बैठाई गई है। किस्त नहीं मिलने से इंदिरा आवास का काम छह महीने से ठप है। गांव के समंद टुडू बताते हैं कि लोग शौच करने गांव के बाहर डोभा के किनारे जाते हैं।

हैंडपंप की बोरिंग के लिए नहीं जा सकती मशीन बेलाजुड़ी पंचायत के मुखिया शिव चरण सिंह सरदार गांव में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं होने की वजह बताते कहते हैं कि गांव में बोरिंग करने वाली मशीन जा ही नहीं सकती। इसी वजह से यहां न तो हैंडपंप हैं और ना ही डीप बोरिंग जैसी कोई अन्य व्यवस्था। वो मानते हैं कि गांव में नागरिक सुविधा की कमी से लोग यहां रिश्ता नहीं करना चाहते। मुखिया का कहना है कि वो प्रखंड की बैठक में गांव में शौचालय व हैंडपंप का मुद्दा उठाएंगे।

घरों में शौचालय नहीं तो पटमदा कैसे ओडीएफ
पटमदा को ओडीएफ घोषित किया गया है। लेकिन, इसी प्रखंड का जरकी गांव सरकार के इस अभियान की चुगली कर रहा है। इस गांव के एक भी घर में शौचालय नहीं है। अभी तक गांव में शौचालय बनाने का काम भी शुरू नहीं हो पाया है। सिर्फ एक दुंगी टुडू के इंदिरा आवास में ही शौचालय का निर्माण साल भर से चल रहा है।

ग्रामीणों के बोल
यहां बोरिंग की मशीन आ जाएगी। लेकिन, प्रशासन की लापरवाही से यहां हैंडपंप नहीं लगाए गए हैं। पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से गांव के लोगों को दिक्कत होती है।
-धरानी टुडू, निवासी जरकी।
---
गांव में शौचालय नहीं है। सभी घरों में शौचालय का निर्माण हो जाए तो क्यों लोग बाहर जाएंगे। शौचालय और हैंडपंप हो जाएं तो सब कुछ ठीक हो जाएगा।
- बिंदु चंदन टुडू


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.