Move to Jagran APP

कोरोना नहीं, यहां हार्ट अटैक से हो रही ज्‍यादा मौत, शराब पीनेवाले दूसरे नंबर पर Jamshedpur News

Covid 19. लॉकडाउन की अवधि में 22 अप्रैल से सात मई तक 47 दिन में कुल 811 लोगों की मौत विभिन्न बीमारियों के कारण हुई।ऐसे में कोरोना संग इन बीमारियों को लेकर भी सतर्कता जरूरी है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 10 May 2020 11:54 AM (IST)Updated: Sun, 10 May 2020 11:54 AM (IST)
कोरोना नहीं, यहां हार्ट अटैक से हो रही ज्‍यादा मौत, शराब पीनेवाले दूसरे नंबर पर Jamshedpur News
कोरोना नहीं, यहां हार्ट अटैक से हो रही ज्‍यादा मौत, शराब पीनेवाले दूसरे नंबर पर Jamshedpur News

जमशेदपुर, मनोज सिंह।  ग्रीन सिटी, स्टील सिटी के नामों से जाने जाने वाले औद्योगिक शहर जमशेदपुर में सबसे ज्यादा मौत हार्ट अटैक से हो रही है। दूसरे नंबर पर शराब पीने वाले हैं। वैसे तो इन दिनों कोरोना वायरस की दहशत इस कदर समाई है कि लोग एक -दूसरे को छूने से भी डर रहे हैं, लेकिन मौत की हकीकत की पड़ताल करने पर पता चलता है कि भले ही कुछ मौतें कोरोना से राज्य व देश भर में हुई हों, लेकिन गौर करने वाती बात यह है कि इससे कहीं अधिक मौतें हार्ट अटैक, कैंसर, अत्यधिक शराब पीने के कारण लीवर फेल्योर (अल्कोहलिक), टीबी, पीलिया, एनीमिया से हुई है।

loksabha election banner

ऐसे में कोरोना से डरना तो उचित है, साथ ही इन बीमारियों को लेकर भी सतर्कता जरूरी है। लॉकडाउन की अवधि में 22 अप्रैल से सात मई तक 47 दिन में कुल 811 लोगों की मौत विभिन्न बीमारियों के कारण हुई। शहर के जानेमाने फिजीशियन सह महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बलराम झा कहते हैं कि आज भी दुनिया में सर्वाधिक मौत हृदयगति से होती है। डॉ.झा बताते हैं कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ही हर माह अत्यधिक शराब पीने से 15 लोगों की मौत हो जाती है। चिंता का विषय यह भी है कि मरने वालों में अधिकांश की उम्र 30 से 50 साल होती है।

कोरोना से डरें नहीं, सावधन रहने की जरूरत: डॉ बलराम झा

कोरोना  से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सावधानी की जरूरत है। जो नियम हैं उनका पालन करे, रोग निकट भी नहीं फटकेगा। विश्‍व में कोरोना से वैसे लोगों की मौत सर्वाधिक हुई है, जिन्हें पहले से ही घातक बीमारी थी। कोरोना के डर से लोग तनाव व अवसाद में जा रहे हैं । यदि लोग नहीं समझे तब आने वाले समय में  कोरोना हो न हो डर से ही मर जाएंगे। 

47 दिनों में विभिन्न बीमारियों से 811 लोगों की हुई मौत

  • हृदयगति रुकने से -405 मौत
  •  लीवर फेल, अल्कोहलिक -162 मौत
  • कैंसर से -121 मौत 
  • टीबी से -81 मौत
  •  ज्वांडिस, एनीमिया आदि से -40 मौत

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.