घोटालों की जांच रिपोर्ट कुलपति के पास फिर भी कार्रवाई नहीं, ऐसे में पनपेगा भ्रष्टाचार : प्रोवीसी
कोल्हान विश्वविद्यालय में कई घोटाले हुए। पीएचडी घोटाला, किताब घोटाला, भवन निर्माण घोटाला, को-ऑपरेटिव कॉलेज बीएड नामांकन घोटाला, ग्रेजुएट कॉलेज बीएड नामांकन घोटाला आदि-आदि..।
वेंकटेश्वर राव, जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय में कई घोटाले हुए। पीएचडी घोटाला, किताब घोटाला, भवन निर्माण घोटाला, को-ऑपरेटिव कॉलेज बीएड नामांकन घोटाला, ग्रेजुएट कॉलेज बीएड नामांकन घोटाला आदि-आदि..। इन सभी घोटालों की जांच पूरी हो चुकी है। जांच रिपोर्ट भी विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. शुक्ला माहांती के पास जमा हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद इन मामलों में किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई। कार्रवाई नहीं होने से विश्वविद्यालय के रवैये पर सवाल उठने लगे हैं, साख डूब रही वह अलग। बहरहाल, इन मामलों में कुलपति डॉ. शुक्ला माहंती को रिपोर्ट मिलने के बावजूद कार्रवाई नहीं होने पर अब इसके खिलाफ विश्वविद्यालय के ही प्रोवीसी डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने तीखे बोल बोले हैं। उन्होंने साफ कहा कि कार्रवाई न होने से जांच पदाधिकारी का मनोबल टूटता है और गलत कार्य करने वाले पदाधिकारियों व शिक्षकों का मनोबल ऊंचा है। ऐसे ही कारणों से विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार पनपता है। इससे विश्वविद्यालय की बदनामी हो रही है। विश्वविद्यालय की कुलपति को आगे बढ़कर रिपोर्टो के आधार पर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि सबकी बोलती बंद हो जाए। विश्वविद्यालय के खुलने के बाद इस पर सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर कार्य होना चाहिए। वर्ना भ्रष्टाचारियों का मनोबल बढ़ता ही जाएगा।
प्रोवीसी डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में कहा कि उन्होंने पीएचडी घोटाले सहित कई मामलों में अपनी रिपोर्ट छह माह पूर्व ही प्रस्तुत कर दी है। इसके बावजूद किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसा किसी भी विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली नहीं होनी चाहिए।