Move to Jagran APP

दस साल में एनएच-33 नहीं बना पाई सरकार, अब गड्ढों में नाच रही मौत

यदि आप रांची से टाटा आ रहे हैं तो सावधान रहें। पारडीह के बाद सुंदरवन के पास एनएच 33 पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। कई लोग दुघर्टनाग्रस्त होकर अस्पताल पहुंच चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Jul 2018 11:00 AM (IST)Updated: Mon, 23 Jul 2018 11:00 AM (IST)
दस साल में एनएच-33 नहीं बना पाई सरकार, अब गड्ढों में नाच रही मौत
दस साल में एनएच-33 नहीं बना पाई सरकार, अब गड्ढों में नाच रही मौत

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : समय बारिश का है। लोगों को सतर्क रहना होगा। खासकर एनएच-33 पर। पारडीह से बालीगुमा तक कई जगह राष्ट्रीय राजमार्ग-33 का वजूद लगभग समाप्त हो गया है। सड़क में बने गड्ढों में कहीं घुटने तक तो कहीं कमर तक पानी जमा हो गया है। यही सबब है कि यह सड़क हर रोज हादसों की गवाह बन रही है। सड़क पर दो-चार कदम चलना भी किसी भी वक्त मौत का सफर हो सकता है। सरकार 10 साल से यह सड़क बना रही है, लेकिन पता नहीं किस तकनीक का इस्तेमाल किया रहा है कि अब तक पूरी नहीं हो पाई। हादसों के शिकार होने वाले और बड़ी दुश्वारी के साथ इस सड़क पर चलने वाले राहगीर सरकार को लाख लानत भेज रहे हैं। इस सड़क के निर्माण की गूंज तो देश भर में सुनाई दे रही है। शहर आने वाले तमाम वीआइपी-वीवीआइपी इस सड़क पर सफर करने के बाद अपनी पीड़ा जरूर बयां करते हैं और सरकार को कोसना नहीं भूलते। फिर भी सरकार तो सरकार है। इसलिए सड़क बनाने की रफ्तार जरा भी नहीं बढ़ पा रही है। लोग सिर पर मौत का खौफ लिए इस खौफनाक सड़क पर हर रोज सफर कर रहे हैं। सड़क में बने गड्ढ़ों ने अब तक अनेकों जानें ली हैं और निर्माण पूरा होने तक न जाने और कितनी जानें लेगी। सड़क की बदतर हालत और गड्ढ़ों के कारण बाइक सवार गिरकर घायल हो रहे हैं। बड़े वाहन भी फंस रहे हैं। रोज जाम लग रहा है। राज्य सरकार ने छह महीने पहले मरम्मत कराई थी, लेकिन बरसात शुरू होने के साथ ही यह 'हवा' हो गई।

loksabha election banner

-----------

यहां तो दहल जाता है दिल : सहारा सुंदरवन अपार्टमेंट और पारडीह के पास गहरा और लंबा गड्ढ़ा है। इसमें लगभग कमर तक पानी जमा है। जब भी सड़क से ट्रक या ट्रेलर गुजरता है तो कार या बाइक सवार के लिए सड़क के नीचे बाइक उतारने के लिए जगह ही नहीं बचती। ऐसे ही वक्त बाइक सवारों का दिल दहल उठता है।

----------

कहां गए 21 करोड़ रुपये : सरकार ने इसी साल एनएच-33 के गढ्डे भरने के लिए 21 करोड़ रुपये आवंटित किया था, लेकिन गढ्डे जस के तस हैं। साल भर में दो-तीन बार गड्ढे भरे गए, लेकिन घटिया सामग्री लगाने की वजह से ये गड्ढे दो-तीन महीने में ही उखड़ गए।

------------

वाहनों का भारी दबाव : एनएच-33 पर वाहनों का भारी दबाव है। इस सड़क से रोजाना करीब 20 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं। इनमें हाइवा, ट्रक, ट्रेलर, डंपर, बस आदि अधिकतर होते हैं। इसके अलावा करीब 10 हजार छोटे वाहन भी गुजरते हैं।

------

एनएच-33 जाम करेंगे विकास : भाजपा नेता विकास सिंह इस सड़क की दुर्दशा को लेकर 25 जुलाई को एनएच-33 जाम करेंगे। उन्होंने कहा कि पारडीह काली मंदिर से लेकर बालीगुमा तक एनएच-33 तालाब में तब्दील हो गया है। बड़े-बड़े गढ्डे मौत को दावत दे रहे हैं। गड्डों के कारण घटों सड़क जाम रहती है। एनएच से गुजरने वाले लोगों की घर सुरक्षित पहुंचने की कोई गारंटी नहीं है। इन सारी चीजों से उपायुक्त को अवगत कराया है। उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि दो दिन में सारे गड्डे भर दिए जाएंगे। विकास ने कहा कि अगर दो दिन में सारे गड्डे नहीं भरे गए तो मानगो के लोगों की परेशानी को देखते हुए 25 जुलाई को डिमना चौक के पास आधे घटे के लिए एनएच को साकेतिक जाम किया जाएगा। फिर भी बात नहीं बनी तो दो दिन बाद अनिश्चितकालीन हाइवे जाम होगा।

-------

कांग्रेस ने एनएच पर रोप दिए पौधे : जिला काग्रेस कमेटी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने रविवार को एनएच-33 की दुर्दशा एवं बड़े-बड़े गढ्ढे हो जाने के बावजूद सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैए के खिलाफ जिलाध्यक्ष बिजय खा के नेतृत्व में सड़क के गढ्ढों में पौधे रोप दिए। जिलाध्यक्ष ने कहा कि आम जनता व वाहन चालकों को अनेकों समस्याएं उठानी पड़ रही है। झारखंड सरकार की लापरवाही के कारण राहगीरों की जानें जा रही हैं। सरकार अगर सड़क नहीं बना सकती तो पौधे ही लगा दे। पौधे रोपने वालों में मुन्ना मिश्रा, बलदेव सिंह, मो. इफ्तेखार, शफी अहमद खान, अंसार खान, शाहिद अख्तर सहित अन्य नेता व कार्यकर्ता शामिल थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.