जमशेदपुर- ओडिशा मार्ग बंद पूरी तरह से बंद, हाता एवं हल्दीपोखर का डायवर्सन तेज धार में बह गया, लोग हो रहे हैं परेशान
Jamshedpur Jharkhand Road Block डायवर्सन बहने से झारखंड के जमशेदपुर एवं ओडिशा का संपर्क पूरी तरह से कट गया है। वाहनों की आवाजाही बंद है। दर्जनों वाहन रास्ते में फंसे हैं। गुलाब तूफान के प्रभाव से बारिश से ये हालात पैदा हुए हैं।
पोटका (पूर्वी सिंहभूम), जागरण संवाददाता। गुलाब तूफान के कारण पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नदी - नाले उफान पर है। इसी का कहर हाता, हल्दीपोखर डायवर्सन को झेलना पड़ा। जमशेदपुर - ओडिशा को जोड़ने वाले हाईवे 220 सड़क पर हाता के समीप पुलिया का निर्माण पिछले एक साल से चल रहा था। वही हल्दीपोखर पुलिया का पिछले दो साल से निर्माण चल रहा था।
इस बीच आवाजाही को लेकर पुलिया के समीप डायवर्सन बनाकर वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से चल रहा था। मगर गुलाब तूफान के कारण लगातार हो रही बारिश से नदी का पानी उफान पर है जिसके कारण डायवर्सन बह गया। डायवर्सन के बह जाने से जमशेदपुर - ओडिशा मुख्य मार्ग बंद हो जाने से सड़क के दोनों तरफ दर्जनों भारी वाहन फंसे हुए हैं। वही बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है जिसके कारण लोगों की चिंता और बढ़ गई है। बता दें कि पिछले एक साल से हाता की जर्जर पुलिया को तोड़कर नई पुलिया का निर्माण किया जा रहा था। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर पुलिया के सामने से डायवर्सन बना कर आवागमन सुचारू रूप से चल रहा था। मगर लगातार बारिश से हाता एवं हल्दीपोखर का डायवर्सन बह गया, जिसके कारण सड़क बंद हो चुकी है। पूरा हल्दीपोखर टापू में तब्दील हो गया है ।
ठेकेदार के प्रति देखी जा रही नाराजगी
वहीं स्थानीय लोगों में ठेकेदार के प्रति काफी नाराजगी देखी जा रही है। इनका कहना है कि ठेकेदार द्वारा लापरवाही से पुलिया का निर्माण किया जा रहा है जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कई बार शिकायत करने के बाद भी पुलिया का निर्माण कछुआ गति से चल रहा था जिसके कारण स्थानीय लोग काफी नाराज हैं। सेवानिवृत्त शिक्षक शंकर चंद्र गोप का कहना है कि डायवर्सन घटिया स्तर का बनाए जाने से लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। ठेकेदार को कई बार शिकायत की गई इसके बावजूद कार्य कछुआ गति से चल रहा था। इसके परिणाम स्वरूप डायवर्सन बह गया है। ठेकेदार की घोर लापरवाही है । मामले पर कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिया का निर्माण करोड़ों रुपए की लागत से हो रहा है मगर ठेकेदार द्वारा कार्य में काफी लापरवाही बरती जा रही है।