दवा भी सस्ती, दर्द भी कम, जानिए नये एंटी रैबिज इंजेक्शन की खूबी
अबतक कुत्ता काटने पर मरीजों को इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन के पांच डोज लेने पड़ते थे। अब ये इंजेक्शन बंद हो जाएगा।
जमशेदपुर[अमित तिवारी]। अब कुत्ता काटने पर तीन इंजेक्शन ही लगेंगे। वह भी कम डोज के सस्ते और दर्द भी कम। स्वास्थ्य विभाग ने इंट्राडर्मल नामक इस इंजेक्शन को लांच कर दिया है जिसका नाम 'इंट्राडर्मल इंजेक्शन' है। यह इंजेक्शन मरीज की चमड़ी (त्वचा) की ऊपरी परत पर लगाया जाएगा। इस इंजेक्शन की खासियत है कि यह बहुत ही शक्तिशाली ढंग से रेबीज वायरस का खात्मा करता है।
अबतक कुत्ता काटने पर मरीजों को इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन के पांच डोज लेने पड़ते थे। अब ये इंजेक्शन बंद हो जाएगा। इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन की एक एमएल डोज मरीजों को दी जाती थी। जबकि इंट्राडर्मल इंजेक्शन का 0.1 एमएल डोज मरीजों को दी जाएगी। पहली डोज 0 दिन, दूसरा 7 दिन और तीसरा 21 या 28 दिन पर दी जाएगी। इस नए इंजेक्शन का इस्तेमाल करने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग पूर्वी सिंहभूम ने जिले के सभी निजी व सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं।
हर माह हो रहे 700 लोग आवारा कुत्तों का शिकार
जिला सर्विलांस विभाग, महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल, रेड क्रास, टीएमएच, सदर अस्पताल सहित शहर के अन्य अस्पतालों का आंकड़ा देखा जाए तो रोजाना 20 से 25 लोग आवारा कुत्तों के शिकार होते हैं। ये इंजेक्शन लेने के लिए इन अस्पतालों में पहुंचते है। अïलग-अलग क्षेत्रों से हर माह करीब 650 से 700 लोग इसके चपेट में आते हैं। चिकित्सकों का कहना है कि कुत्ता काटने के 24 घंटे के अंदर एंटी रेबीज का इंजेक्शन लेना अनिवार्य होता है, लेकिन जागरूकता के अभाव में कई लोग देर से इंजेक्शन लेते हैं। इससे पीडि़तों को रेबीज होने की संभावना बढ़ जाती हैं।
किस क्षेत्र में कितने कुत्ते
क्षेत्र संख्या
जमशेदपुर 10194
आदित्यपुर 7203
मानगो 6968
जुगसलाई 610
इन इलाकों में कुत्तों का आतंक अधिक
- टेल्को स्थित आजाद मार्केट, न्यू मार्केट, बैंक ऑफ इंडिया, खड़ंगाझार चौक, कालोनी इलाकों में कुत्तों का हुजूम सा दिखता है।
- बिष्टुपुर स्थित क्यू, ओ रोड, वीमेंस कॉलेज के सामने, जमशेदपुर हाई स्कूल के आगे कुत्तों का समूह दिखायी देता है।
- धतकीडीह मस्जिद के सामने, सामुदायिक केंद्र वाले मैदान व कदमा क्षेत्र में अधिक है।
- सर्किट हाउस एरिया वाले रोड, मैरीन ड्राइव रोड पर कुत्तों का समूह देखने को मिलता है।
- साकची आई हॉस्पिटल के सामने, कदमा जाने वाले टेंपो स्टैंड व बाजार में भी कुत्तों की समूह सक्रिय है।
- मानगो स्थित गांधी मैदान, डिमना रोड, डिमना चौक, सुभाष कालोनी में रात के वक्त कुत्तों का हुजूम दिखता है।
काफी कारगर है नया इंजेक्शन
नया इंजेक्शन काफी कारगार है। इसे लेकर सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को दिशा-निर्देश दिया गया है। ताकि मरीजों को इंट्राडर्मल इंजेक्शन ही दिया जाए। इंट्राडर्मल मरीज के कंधे की चमड़ी को जरा से ऊपर उठाकर ही लगाया जाना है।
- डॉ. साहिर पॉल, जिला सर्विलांस पदाधिकारी।