NEW EDUCATION POLICY : शिक्षा को संस्कृति से जोड़ने की जरूरत
रिसोर्स पर्सन के तौर पर आये डॉ सुशील कुमार तिवारी ने नई शिक्षा नीति और शिक्षक प्रशिक्षण पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षकों को शिक्षा में आ रहे परिवर्तन को अंगीकार करने के लिए तैयार होना होगा।
पोटका। NEW EDUCATION POLICY : रंभा कॉलेज में बीएड और डिग्री विभाग के संयुक्त तत्वावधान में इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल के तहत नई शिक्षा नीति 2020 पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में नई शिक्षा नीति के बारे में विचार-विमर्श किया गया। साथ ही शिक्षा को संस्कृति से जोड़ने की जरूरत भी बताई गई। इस कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन के तौर पर डॉ सुशील कुमार तिवारी, जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज ,डॉ कविता परमार ,जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज और शिक्षाविद डॉक्टर अनीता शर्मा, अनु सिन्हा उपस्थित थी। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
सभी अतिथियों का स्वागत उनको तुलसी पौध की भेंट देकर किया गया। स्वागत भाषण प्राचार्या डॉक्टर कल्याणी कबीर ने दिया। विषय प्रवेश डॉक्टर दिनेश ने किया। रिसोर्स पर्सन के तौर पर आये डॉ सुशील कुमार तिवारी ने नई शिक्षा नीति और शिक्षक प्रशिक्षण पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षकों को शिक्षा में आ रहे परिवर्तन को अंगीकार करने के लिए तैयार होना होगा।
रंभा कालेज आफ एजुकेशन में नई शिक्षा नीेति पर आयोजित कार्यशाला में उपस्थित अतिथि व छात्राएं
गणेश वंदना के साथ शुरू हुआ दूसरा सत्र
गणेश वंदना से किया गया और महाविद्यालय की छात्राओं ने गणेश वंदना पर नृत्य की प्रस्तुति की। तत्पश्चात डॉ कविता परमार ने नई शिक्षा नीति में भारतीय सभ्यता और संस्कृति से जुड़ी बातों को बताया। साथ ही डॉक्टर अनीता शर्मा ने बच्चों के साथ नई शिक्षा नीति विषय पर प्रश्नोत्तरी किया। अपने वक्तव्य में अनु सिन्हा ने कहा कि शिक्षा को संस्कृति से जोड़ने की जरूरत है ताकि मनुष्य सही मायने में मनुष्य बन सके |प्रोफेसर अमृता ने नई शिक्षा नीति पर आधारित तथ्यों को सम्मिलित करते हुए एक कविता का पाठ किया।
क्विज के प्रतिभागी किए गए पुरस्कृत
क्विज में शामिल होने वाले प्रतिभागियों में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया । साथ ही शिक्षकों के बीच भी प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर सुमन लता ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रोफ़ेसर जयश्री ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ संतोष, डॉ भूपेश , डॉ सतीश, प्रोफेसर रश्मि, प्रोफेसर गंगा, प्रोफेसर सुमन शर्मा ,प्रोफेसर बबीता , प्रोफेसर सूरज की महत्वपूर्ण भूमिका रही। महाविद्यालय प्रबंधन समिति की ओर से विवेक बचन, दीक्षा बचन, प्राची बचन की भी उपस्थिति रही।