बच्चों की सुरक्षा को लेकर किया जा रहा सर्वे
वेंकटेश्वर राव, जमशेदपुर : देश भर के स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर है। नेश्
वेंकटेश्वर राव, जमशेदपुर : देश भर के स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर है। नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (एनसीपीसीआर) झारखंड सहित देश के विभिन्न हिस्सों में सर्वे कर रहा है। एनसीपीसीआर का सर्वे गुजरात, पूर्वोत्तर भारत व दिल्ली-एनसीआर में हो चुका है।
झारखंड के स्कूलों में अप्रैल के प्रथम सप्ताह से किया जाना है। देशभर के 80 हजार स्कूलों का सर्वे होगा। इसमें 72 सवाल पूछे जाएंगे। इसमें बच्चों की सुरक्षा को लेकर कई प्रश्न हैं। सर्वे में कुल आठ लाख बच्चों को शामिल किया गया है। इसके जरिए कमीशन स्कूल में बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं और स्कूलों की स्थिति की रिपोर्ट तैयार करेगा, जिसे भारत सरकार तक पहुंचाया जाएगा और फिर बच्चों की सुरक्षा के लिए नई गाइडलाइन बनाई जाएगी। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अधीन कार्य करने वाला एनसीपीसीआर विभिन्न राज्यों के बाल आयोग के माध्यम से इस सर्वे कार्य को करा रहा है। सर्वे को एनुअल स्टूडेंट रिपोर्ट ऑन सेफ एंड सेक्योर इनवायरनमेंट इंडिया नाम दिया गया है। सर्वे में छह इंडिकेटर तय किए गए हैं। इसके आधार पर प्रश्नावली तैयार की गई है। सर्वे में सरकारी और प्राइवेट स्कूल के छात्रों को शामिल किया गया है।
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इन बिंदुओं पर हो रहा सर्वे
-बच्चों के साथ स्कूल किस तरह का व्यवहार करते हैं।
-स्कूल बस में बैठने से लेकर उतरने तक क्या कंडक्टर मदद करता है?
-कैंपस में सीसीटीवी कैमरे हैं या नहीं?
-जूनियर के साथ सीनियर किस तरह का व्यवहार करते हैं?
-कैंटीन में किस तरह की खाद्य सामग्री मिलती है?
-टीचर्स का क्लास में किस तरह का रवैया रहता है?
-स्कूल में बच्चों को बुनियादी सुविधाएं मिलती हैं या नहीं ?
-स्कूल के मुख्य द्वार पर चपरासी रहता है या नहीं?
-गुणवत्तापूर्ण मिड डे मील मिल रहा है नहीं?
-स्कूलों में शौचालय, पेयजल व ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था है या नहीं?
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हम देश के विभिन्न राज्यों के स्कूली बच्चों की स्थिति और स्कूलों का आकलन कर रहे हैं। झारखंड में भी यह कार्य अप्रैल के प्रथम सप्ताह से होने वाला है। इसमें 72 सवाल छात्रों व स्कूलों से पूछे जाने हैं। छात्रों के फीडबैक के आधार पर रिपोर्ट केंद्र सरकार को समर्पित करनी है।
-प्रियांक कानूनगो, सदस्य, एनसीपीसीआर।