एनसीएलटी ने टायो रोल्स को नहीं किया दिवालिया घोषित
टाटा समूह की इकाई टायो रोल्स लिमिटेड को नेशनल कंपनी लॉ
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा समूह की इकाई टायो रोल्स लिमिटेड को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने दिवालिया घोषित करने से इनकार कर दिया। बीती 13 जुलाई को टायो रोल्स लिमिटेड में फाइनेंस विभाग के डिप्टी चीफ सुरेश पद्मनाभन ने एनसीएलटी में याचिका दाखिल की थी जिसमें अनुरोध किया गया था कि कंपनी को दिवालिया घोषित किया जाय क्योंकि कंपनी के पास पैसा नहीं है। सात साल से घाटे में रहने की वजह से देनदारी बहुत बढ़ गई है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की कोलकाता खंडपीठ के जस्टिस केआर जीनन एवं वीपी सिंह ने इस मामले में हर पक्ष को सुनने के बाद बुधवार को अपना फैसला सुनाया। सुनवाई के दौरान एनसीएलटी को कंपनी प्रबंधन ने बताया कि टायो रोल्स लिमिटेड की प्रमोटर टाटा स्टील है। टाटा स्टील ने कारखाना को मुनाफा में लाने के लिए 400 करोड़ रुपये का निवेश किया था। कंपनी को लाभ में नहीं लाया जा सका। प्रबंधन ने याचिका में कंपनी में हुए निवेश के अलावा देनदारी का जिक्र किया है। एनसीएलटी में टायो रोल्स के 284 कर्मचारियों की तरफ से एसएन सिंह ने पक्ष रखा। एसएन सिंह का कहना था कि सिर्फ झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड का 272 करोड़ बकाया है। सप्लायर और वेंडर की देनदारी है। कर्मचारियों के 40 करोड़ कंपनी के पास हैं। सितंबर 2016 से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। इनके परिवार बुरी स्थिति में रह रहे हैं।