सोनुवा की पहाडि़यों में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, 40-45 मिनट गोलीबारी के बाद शुरू हुआ सर्च अभियान
पुलिस व सुरक्षा बल के जवानों ने क्षेत्र को चारों ओर से घेर कर रखा है। सुबह से क्षेत्र में फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा।
सोनुवा/जमशेदपुर (जेएनएन)। कोल्हान प्रमंडल के पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चक्रधरपुर अनुमंडल के सोनुवा क्षेत्र में मंगलवार की शाम नक्सलियों के साथ सुरक्षा बल की मुठभेड़ हुई।
सोनुवा थाना क्षेत्र के उदालखम और सेलसुईया के पहाडिय़ों में मंगलवार की शाम को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस और भाकपा माओवादियों के बीच हुई यह मुठभेड़ में दोनों ओर से करीब 40 से 45 मिनट तक गोलीबारी हुई। शाम हो जाने से दोनों तरफ से फायरिंग बंद हो गई।
40-45 मिनट गोलीबारी के बाद सर्च अभियान जारी
मुठभेड़ के बाद पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है। जिले के एसपी इंद्रजीत माहथा ने इस बारे में बताया कि भाकपा माओवादी सुरेश मुंडा के दस्ते के साथ पुलिस और सुरक्षा बलों की मुठभेड़ हुई है। उन्होंने बताया कि पुलिस और सुरक्षा बल द्वारा क्षेत्र में नक्सलियों की खोज में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस दौरान भाकपा माओवादियों द्वारा पुलिस व सुरक्षा बलों पर फायरिंग की गई। फायरिंग होती देख पुलिस व सुरक्षा बलों की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई। बताया जाता है कि दोनों ओर से करीब 40-45 मिनट तक गोलीबारी होती रही। एसपी ने बताया कि पुलिस व सुरक्षा बल के जवानों ने क्षेत्र को चारों ओर से घेर कर रखा है। सुबह से क्षेत्र में फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार यह वही दस्ता है जिसके सदस्यों ने रविवार को घात लगाकर गोलीबारी की थी। उस गोलीबारी में एएसपी के अंगरक्षक व एक एसपीओ की मौत हो गई थी।
रविवार को घात लगाकर किए गए नक्सलियों के हमले में एएसपी के अंगरक्षक एसपीओ हुए थे शहीद
चक्रधरपुर अनुमंडल स्थित कराईकेला थाना क्षेत्र के जेानुवा गांव में माओवादियों ने रविवार को दिन में 1.30 बजे के करीब पुलिस टीम को घेरकर घर के अंदर से ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें एएसपी के अंगरक्षक लखींद्र मुंडा शहीद हो गए और स्पेशल पुलिस आफिसर (ग्रामीण) सुंदर स्वरूप महतो की भी मौत हो गई।
एसपी ने दिए थे नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत
ज्ञात हो कि पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने कहा था कि दोनों ने देश के लिए कुर्बानी दी है। हम उनकी कुर्बानी हमेशा याद करेंगे। नक्सलियों के कायराना हरकत की वजह से यह घटना घटी है। नक्सलियों की ओर से चलाई गई गोली किसी को भी लग सकती थी। पहली बार ग्रामीणों के आड़ लेकर नक्सलियों ने कायराना हरकत की है। नकसलियों के खिलाफ हमारा अभियान लगातार चलता रहेगा जब तक उनको जड़ से खत्म नहीं कर देते हम रुकने वाले नहीं हैं ।