कुलपति ने प्रारंभ की नैक की तैयारी, कहा-सभी अपना शत प्रतिशत योगदान दें
कोल्हान विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्षों विभागाध्यक्षों एवं पदाधिकारियों की बैठक शुक्रवार को कुलपति प्रोफेसर डॉ. गंगाधर पांडा की अध्यक्षता में हुई। यह बैठक मुख्य रूप से वर्ष 2021 में होने वाले नैक को लेकर की गई। बैठक विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में आयोजित की गई। इसमें कुलपति ने नैक के नये प्रारूप वार्षिक एसएसआर संधारित करने की अनिवार्यता से अवगत कराया।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों एवं पदाधिकारियों की बैठक शुक्रवार को कुलपति प्रोफेसर डॉ. गंगाधर पांडा की अध्यक्षता में हुई। यह बैठक मुख्य रूप से वर्ष 2021 में होने वाले नैक को लेकर की गई। बैठक विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में आयोजित की गई। इसमें कुलपति ने नैक के नये प्रारूप, वार्षिक एसएसआर संधारित करने की अनिवार्यता से अवगत कराया।
आक्यूएसी को-आर्डिनेटर डॉ. आरके कर्ण ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बिदुवार नैक एवं एसएसआर के आवश्यक तथ्यों को स्पष्ट किया। कुलपति ने प्रत्येक संकाय के लिए अलग डाटा इंट्री ऑपरेटर एवं चतुर्थवर्गीय कर्मचारी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने सबसे ऐसे दो क्षेत्र चिन्हित करने को आग्रह किया जिसमें विवि उत्कृष्ट कर सकता है। प्राध्यापकों के लिए माइनर एवं मेजर प्रोजेक्ट के लिए आवेदन, स्वीकृति एवं प्रगति के विशेष महत्व को भी उन्होंने रेखांकित किया। अध्यापन एवं पाठ्यक्रम से संदर्भित छात्र-छात्राओं से प्राप्त प्रति पुष्टि प्रतिवेदन की महत्ता को भी कुलपति ने स्पष्ट किया। प्रत्येक माह इस प्रकार की बैठक की आवश्यकता पर उन्होंने बल दिया। परीक्षा नियंत्रक डॉ. पीके पाणि ने कोविड-19 के आलोक में जारी परीक्षा संबंधी विस्तृत गाइडलाइन की जानकारी दी। पदाधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों से प्राप्त सारी सूचनाओं एवं प्रपत्रों के आधार पर आक्यूएसी सेल के को-आर्डिनेटर एसएसआर अपलोड करने के लिए तथ्याधारित प्रतिवेदन तैयार करेंगे। विश्वविद्यालय शीघ्र ही छात्रों के लिए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएगी इसकी घोषणा कुलपति ने की।
इस बैठक में स्वागत भाषण कुलसचिव डॉ. एसएन सिंह ने किया। मौके पर कुलानुशासक डॉ. एके झा, खेल प्रभारी डॉ. मनमथ नारायण सिंह, सभी संकायाध्यक्ष एवं एचओडी उपस्थित थे। बैठक से पूर्व इससे पूर्व सभी पदाधिकारियों एवं सिडिकेट सदस्यों की उपस्थिति में विश्वविद्यालय में कुलपति ने पौधरोपण किया।