Crime File: मानगो में वर्चस्व की लड़ाई में होती रही हैं हत्याएं, जमीन के धंधे को ले गैंगवार Jamshedpur News
Jamshedpur Crime. जमशेदपुर के मानगो में कई अपराधी गिरोह सक्रिय हैं। हर गिरोह के मुखिया और गुर्गों का यहां राजनीतिक दल से जुड़ा भी रहा है।
जमशेदपुर,अन्वेश अंबष्ठ। Jamshedpur Crime जमशेदपुर के मानगो के डिमना रोड इलाके में जमीन की खरीद -बिक्री और शराब का धंधा आपराधिक गुटों के बीच गैंगवार की वजह बनता रहा है। इस धंधे में वर्चस्व की लड़ाई में यहां हत्याएं होती रही हैं। मानगो में कई गिरोह सक्रिय हैं। हर गिरोह के मुखिया और गुर्गों का यहां राजनीतिक दल से जुड़ा भी रहा है।
30 अप्रैल को उलीडीह में मामूली बात को लेकर सोनू मिश्रा ने पुजारी सौरव सुमन झा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 14 जनवरी को सट्टेबाजी के रुपये के लेनदेन के विवाद में सुमन रक्षित की हत्या उसके दोस्त रिशु श्रीवास्तव, राहुल और अन्य ने गोली मारकर कर दी थी। हत्या के आरोपितों को मुंबई से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। एमजीएम थाना के पास इम्तियाज उर्फ गब्बर और चंद्रशेखर गौड़ पर अपराधियों ने पुरानी रंजिश और हत्या मामले में गवाही नहीं देने को लेकर 26 नवंबर 2018 को मामले को सलटाने के लिए पहुंचे थे। विरोधियों ने गोली मार दी। इम्तियाज उर्फ गब्बर की अस्पताल में मौत हो गई थी।
कारोबारी के पुत्र की रंजिश में हत्या
11 मई 2018 को उलीडीह संजय पथ निवासी ईंट कारोबारी ललन सिंह के पुत्र विशाल सिंह की रंजिश में हत्या कर दी गई थी। आशीष भुरिया को एमजीएम थाना के आरवीएस अकादमी के सामने विरोधियों ने गोली मारकर घायल कर दिया था। उलीडीह सुभाष कॉलोनी निवासी गुड्डू पांडेय के घर पर आशीष भुरिया, नीरज समेत कई ने फायरिंग की थी। 90 के दशक से अबतक कई की हत्या इलाके में हो चुकी है।
अलग-अलग गैंग सक्रिय
जेल में परमजीत सिंह की हत्या के बाद उसके गुर्गो ने अपना गैंग खड़ा कर लिया। जमीन की खरीद-बिक्री के धंधे और ईंट-बालू की सप्लाई के धंधे से जुड़ गए। ठेका वसूली करने लगे। परमजीत के सहयोगी गुड्डू पांडेय और अमरनाथ सिंह ने अपना गैंग खड़ा कर लिया। वहीं राजा शर्मा ने अपना गैंग आशीष भुरिया के साथ मिलकर बना लिया। दोनों गैंगस्टर अखिलेश सिंह से जुड़ गएद्य 2016 में उलीडीह डिमना रोड में अमरनाथ सिंह और गणेश सिंह के गुर्गों के बीच बर्चस्व को लेरक फायरिंग की घटना भी हुई। तत्कालीन एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने सभी गिरोह पर कार्रवाई की और सरगना को जेल भेजा था। अपराधियों को तड़ीपार भी किया गया। अमरनाथ सिंह, मिंकू सिंह समेत कई जेल से जमानत पर बाहर हो गए।