युवक की हत्या में दादा-दादी व बुआ को भेजा गया जेल
मानगो थाना की पुलिस ने युवक उत्तम कुमार साहू की हत्या मामले में मृतक के दादा बचन साहू दादी कमला देवी बुआ शांति देवी को शनिवार को जेल भेज दिया। इ
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मानगो थाना की पुलिस ने युवक उत्तम कुमार साहू की हत्या मामले में मृतक के दादा बचन साहू, दादी कमला देवी, बुआ शांति देवी को शनिवार को जेल भेज दिया। इससे पहले हत्या में फरार मुख्य आरोपित बिचाली समेत अन्य की गिरफ्तारी की मांग को लेकर युवक के स्वजनों ने मानगो थाना पर प्रदर्शन किया। मानगो इंस्पेक्टर मिथिलेश सिंह ने स्वजनों को बताया तीन को जेल भेजा जा चुका है। बाकी अन्य की आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जारी है। कुछ आरोपितों के खिलाफ जांच चल रही है जो दोषी होगा उसकी गिरफ्तारी होगी। कुछ देर घेराव करने के बाद स्वजन और बस्ती के लोग वापस लौट गए। गौरतलब हैं पुलिस ने शुक्रवार रात रेणी देवी समेत चार महिलाओं को भी हिरासत में लिया था जिन्हें अब तक जेल नहीं भेजा गया हैं। शुक्रवार सुबह मानगो तेली लाइन में संपति विवाद में एक ही परिवार में हुए विवाद में उत्तम की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना से स्वजनों में आक्रोश हैं। उत्तम की बहन ने बताया शनिवार सुबह मुख्य हत्या आरोपित बिचाली समेत अन्य ने उनलोगो को धमकी दी, लेकिन वे पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहे है। उत्तम की मां आशा देवी की शिकायत पर नंदलाल गुप्ता, बचन साहू, कमला देवी, शांति दवी, सुजीत उर्फ बिचाली, सोनू, मोनू, अनिरुद्ध प्रसाद, रेणु देवी, गुडिया देवी,सुनीता देवी समेत 16 के खिलाफ साजिश के तहत हत्या किए जाने की प्राथमिकी मानगो थाना में दर्ज की गई हैं। नंदलाल गुप्ता को हत्या का साजिशकर्ता बताया गया हैं। राजनीतिक दलों के नेताओं से उसके संपर्क हैं जिसका फायदा वह उठाते रहा हैं। जमीन की खरीद-बिक्री धंधे से जुड़ा हुआ हैं। मृतक की बहन ने शनिवार को कहा अगर पुलिस उनलोगों की शिकायत पहले सुनी होती। कार्रवाई करती तो शायद भाई की हत्या नहीं होती। थाना में जब-जब शिकायत करने उनके स्वजन गए। पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। नंदलाल गुप्ता हत्या आरोपितों का मुख्य संरक्षणदाता हैं। मानगो इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही हैं। इधर, शनिवार को उत्तम कुमार साहू के शव का पोस्टमार्टम किया गया। स्वजन शव को घर ले गए। तेली लाइन बस्ती में मातम पसरा रहा। मृतक की तीन बहनों, माता-पिता और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल था। आनन-फानन में अंतिम संस्कार को शव यात्रा निकाली गई। दोपहर बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।