सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बना लिया था मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट का कार्यालय
Shelter Home Jamshedpur Case बाल यौन शोषण मामले में जेल गए हरपाल सिंह थापर व उसकी पत्नी पुष्पा रानी तिर्की की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब उन पर सरकारी जमीन का कब्जा करने का मामला भी दर्ज हो गया है।
जमशेदपुर, जासं। बाल यौन शोषण मामले में जेल गए हरपाल सिंह थापर व उसकी पत्नी पुष्पा रानी तिर्की की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब उन पर सरकारी जमीन का कब्जा करने का मामला भी दर्ज हो गया है। उपायुक्त सूरज कुमार के निर्देश पर सोमवार को जमशेदपुर अंचल ने टेल्को के खड़ंगाझार स्थित शमशेर अपार्टमेंट के जमीन की नापी की।
पता चला कि इन्होंने एक डिसमिल सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था। इसी जमीन पर मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट का कार्यालय बनाया गया है। इसके साथ ही अंचल अधिकारी अमित श्रीवास्तव की ओर से ट्रस्ट के संचालकों पर अतिक्रमणवाद (बीपीएलईवाद) का मामला दर्ज किया गया है। अंचल अधिकारी के निर्देश पर अंचल निरीक्षक बलवंत सिंह ने जमीन की नापी की।
इसी मामले का विरोध करने पर हुआ था केस
सरकारी जमीन पर कार्यालय बनाने के मामले का ही कांग्रेस नेता ओमप्रकाश उपाध्याय व उनके भाई ने विरोध किया था। हरपाल सिंह व पुष्पा तिर्की ने इन पर टेल्को थाना में आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया था। यह जांच जमशेदपुर महानगर भाजपा के पूर्व प्रवक्ता अंकित आनंद द्वारा पिछले दिनों ट्विटर पर उठाए गए सवाल के आलोक में हो रही है। अंचल कार्यालय की लगातार जांच से क्षेत्र के अन्य सरकारी भूमि के खरीद बिक्री में संलिप्त लोगों में हड़कंप मच गया है। अंचल निरीक्षक बलवंत सिंह की अगुआई में हुए जांच में हलका कर्मचारी किशन राय, अमीन स्टीफ़न सोरेन सहित अन्य शामिल थे। जल्द ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई संभव है।
ट्रस्ट पर 78 हजार रुपये बिजली बिल बकाया, फिर भी लाइन चालू
भाजपा नेता अंकित आनंद ने ट्विटर पर एक खुलासा किया है, जिसमें बताया गया है कि शमशेर टावर में संचालित मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट पर 78 हजार रुपये बिजली बकाया है। इसके बावजूद उसकी बिजली की लाइन चालू है, जबकि आम लोगों का चार हजार रुपये बकाया होने पर लाइन काट दिया जाता है। मामले का खुलासा होने के बाद अब झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड भी सक्रिय हो गया है। इस फ्लैट को शेल्टर होम के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, जिसमें बच्चों-किशोरियों को रखा जाता था। भागने का प्रयास करने वाली बच्चियों को सजा के रूप में इसी फ्लैट में महीनों तक बंद कर के प्रताड़ित करने की शिकायत भी पूर्व में सामने आ चुकी है।