उप्र के आपदा पीडि़तों को मोरारी बापू ने दी मदद
जासं, जमशेदपुर : मानस मर्मज्ञ संत मोरारी बापू ने उत्तर प्रदेश में आए तूफान के पीड़ितों की मदद
जासं, जमशेदपुर : मानस मर्मज्ञ संत मोरारी बापू ने उत्तर प्रदेश में आए तूफान के पीड़ितों की मदद की है। जमशेदपुर में राम कथा सुनाने आए बापू ने शनिवार को सोनारी स्थित जमशेदपुर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से कहा कि उत्तर प्रदेश में भयंकर तूफान आया है, जिससे सैकड़ों लोग तबाह हो गए। उनके पास 130 लोगों की सूची आई है, जिन्हें हनुमानजी का प्रसाद स्वरूप पांच-पांच हजार रुपये भेजे हैं।
मौसम विभाग ने एक बार फिर 72 घंटे के अंदर भयानक तूफान आने की आशंका जताई है। वे भगवान से प्रार्थना करेंगे कि यह टल जाए। वैसे उनकी सलाह है कि आंधी-तूफान की स्थिति में लोग घर के अंदर रहें, सुरक्षित स्थान पर रहें। वह इस प्राकृतिक आपदा से कितने दुखी थे, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने इसका जिक्र राम कथा के दौरान भी किया। उन्होंने कथा के प्रारंभ में कहा कि जहां भी जान-हानि हुई है, हम उन गतात्माओं की की शांति के लिए प्रार्थना करें। उनके परिवार को शांति प्रदान हो, इसके लिए भगवान का सिमरन करें।
बिष्टुपुर स्थित गोपाल मैदान में नौ दिन की राम कथा के पहले दिन बापू ने हनुमान जी की वंदना की। उन्होंने कथा की शुरुआत बालकांड की चौपाई 'बिनु सतसंग बिबेक ना होई..' से की, तो समापन विनय पत्रिका की चौपाई 'मंगल मूरति मारुति नंदन..' से की। बापू ने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ कोई भी, कभी भी और कहीं भी कर सकता है। इससे आत्मशुद्धि होती है, आत्मबल बढ़ता है, नुकसान कुछ नहीं होता है। उन्होंने बताया कि यहां उनकी राम कथा का केंद्र मानस सतसंग की महिमा पर आधारित होगा। राम कथा का आनंद आयोजक वल्लभ यूथ आर्गनाइजेशन, सुशीला कमानी चैरिटी ट्रस्ट व कच्छ गुर्जर क्षत्रिय समाज के सदस्यों समेत करीब पांच हजार श्रद्धालुओं ने लिया।