हारकर भी सेमीफाइनल में टीएफए
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : इसे कहते हैं किस्मत। कोलकाता में चल रहे अंडर-19 आइएफए शील्ड में
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : इसे कहते हैं किस्मत। कोलकाता में चल रहे अंडर-19 आइएफए शील्ड में हारकर भी टाटा फुटबॉल अकादमी ने सेमीफाइनल में स्थान पक्का कर लिया। 16 जुलाई को सेमीफाइनल में उसका मुकाबला ईस्ट बंगाल की जूनियर टीम से होगा। वहीं 17 जुलाई को ग्रुप चैंपियन मोहन बागान की भिड़ंत सेल बर्नपुर अकादमी से होगी।
हावड़ा स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में मोहन बागान की अंडर 19 टीम ने ग्रुप बी के एक मुकाबले में टाटा फुटबॉल अकादमी को 2-0 से पराजित कर दिया। देश की सबसे पुरानी अकादमी (टीएफए) के लिए यह किसी शर्मिदगी से कम नहीं है। ग्रीन व मैरून जर्सी पहनने वाली मोहन बागान की टीम लगातार तीन जीत दर्ज कर न सिर्फ ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया, बल्कि सेमीफाइनल में स्थान पक्का कर लिया। उधर, छह अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहने वाली टाटा फुटबॉल अकादमी गिरते-पड़ते अंतिम चार में जगह बना पाई।
शुरुआत से ही मोहन बागान की टीम आक्रामक नजर आ रही थी। खेल के छठे मिनट में ही दीप साहा ने साथी खिलाड़ी द्वारा दिए गए पास को गोल में परिणत कर दिया। गोल खाकर बौखलाई टाटा फुटबॉल अकादमी की सेना ने जवाबी हमला किया। नवें मिनट में टीएफए को अच्छा मौका मिला था। लेकिन गौरव का फ्री किक लक्ष्य के ऊपर से निकल गया। मोहन बागान को 18वें मिनट में एक और मौका मिला, कॉर्नर किक पर लालथाखुमा के हेडर को टाटा फुटबॉल अकादमी के डिफेंडर व गोलकीपर राज महतो ने मिलकर बेकार कर दिया। मोहन बागान के दबाव के आगे टाटा फुटबॉल अकादमी के शावक आसानी से बिखर जा रहे थे। खेल के 24वें मिनट में मोहन बागान के आसिफ अली मुल्ला ने दमदार हेडर लगाया, लेकिन गेंद गोलपोस्ट के ऊपर से निकल गई। दो मिनट बाद ही मोहन बागान को एक और मौका मिला, जब बायीं ओर से आ रही गेंद पर गोलकीपर महतो नियंत्रण नहीं रख पाए। गेंद शुभा घोष के पास गई, लेकिन उनका प्रयास विफल रहा। 31वें मिनट में मोहन बागान के कप्तान सौरभ दास ने अच्छा प्रयास किया, लेकिन गेंद गोलपोस्ट के बगल से निकल गई। उधर, लगातार हो रहे हमले ने टीएफए को बैकफुट पर ला खड़ा किया था। हालांकि विंगर दीपक रजक ने कई अच्छे मौके बनाए, पर टीम उसे भुना पाने में नाकाम रही। 36वें मिनट में मोहन बागान के विंगर ने एक बार फिर टाटा फुटबॉल अकादमी की रक्षा पंक्ति को भेदने का प्रयास किया। डी बॉक्स के अंदर सौरव दास को अच्छा पास मिला, लेकिन शॉट साइड नेट को छूती हुई बाहर निकल गई। दूसरे हाफ में टाटा फुटबॉल अकादमी को कई मौके मिले। एक बार तो कॉर्नर किक पर हेडर लगाया गया, लेकिन गेंद लक्ष्य भटक गया।
मध्यांतर के बाद भी टाटा फुटबॉल अकादमी ने कई प्रयास किए, लेकिन आपसी तालमेल के अभाव में सुनहरे मौके खो दिए। 64वें मिनट में मोहन बागान को एक और मौका मिला। टीएफए के डिफेंडरों को छकाते हुए दीप साहा डी बॉक्स तक पहुंच गए थे, लेकिन टीएफए के गोलकीपर महतो ने अच्छा बचाव किया। 76वें मिनट में मोहन बागान के लालथनखुमा ने गेंद सौरव घोष को बढ़ाया। गोलपोस्ट के कुछ ही दूरी पर सौरव का शॉट लक्ष्य भटक गया। दो मिनट बाद ही टीेफए को फ्री किक का लाभ मिला, लेकिन मनिसाना का शॉट गोल पोस्ट के ऊपर से निकल गया। खेल के 89वें मिनट में अक्षुण्ण त्यागी ने शानदार गोल दागकर मोहन बागान की जीत पक्की कर दी।
ग्रुप बी के एक अन्य मुकाबले में बंगाल फुटबॉल क्लब ने गोवा की चर्चिल ब्रदर्स को 2-1 से पराजित कर दिया। चर्चिल ब्रदर्स ने खेल के 15वें मिनट में ही बढ़त बना ली थी। बंगाल फुटबॉल अकादमी ने 68वें मिनट में मुकाबले को 1-1 पर ला खड़ा किया, जबकि 75वें मिनट में अविजित बढ़त बना ली। ग्रुप बी में अंतिम स्थान हासिल करने वाली चर्चिल ब्रदर्स का आइएफए शील्ड का सफर खत्म हो चुका है। चर्चिल ने सभी तीन मैच गंवाए।