भूख से मौत की दैनिक जागरण की खबर पर मंत्री ने लिया संज्ञान, जांच टीम पहुंची गांव
दैनिक जागरण में प्रकाशित पोड़ाहाट गांव स्थित गुटूसाई टोले में भोजन के अभाव में वृद्धा की मौत की खबर का खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने संज्ञान लिया है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। दैनिक जागरण में पश्चिमी सिंहभूम के सोनुवा प्रखंड के पोड़ाहाट गांव स्थित गुटूसाई टोले में गुरुवार रात भोजन के अभाव में हुई बीमारी से वृद्धा वीरेन दिग्गी की मौत की खबर प्रकाशित हुई थी। इसका झारखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने संज्ञान लिया है। मंत्री के निर्देश पर पोड़ाहाट अनुमंडल के एसडीओ प्रदीप प्रसाद के नेतृत्व में गठित जांच टीम ने गांव जाकर स्थिति की पड़ताल की। इसके साथ ही मंत्री सरयू राय ने पंचायत समिति सदस्य रानी बांदिया से मोबाइल पर बात की। उन्होंने जल्द ही खाद्यान्न की आपूर्ति सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया।
सरयू राय ने कहा कि विभाग द्वारा पंचायत स्तर तक मुकम्मल व्यवस्था की गई है। फिर भी यदि भूख से मौत हो रही है तो यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मंत्री सरयू राय शनिवार को परिसदन में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सूचना मिली है कि वृद्धा के पास अंत्योदय का राशन कार्ड नंबर है, लेकिन उसे विगत तीन महीने से राशन मिला ही नहीं। महिला पेंशनधारी है, लेकिन उसको पेंशन भी प्राप्त नहीं हुई है। यह एक गंभीर मामला है।
तीन सदस्यीय समिति करती जांच
मंत्री ने कहा कि सूचना मिली है कि वृद्धा के पास अंत्योदय का राशन कार्ड नंबर है, लेकिन उसे विगत तीन महीने से राशन मिला ही नहीं। महिला पेंशनधारी है, लेकिन उसको पेंशन भी प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि भूख से मौत की जांच के संदर्भ में विभागीय स्तर पर जो समिति बनी थी उसने एक प्रोटोकोल बनाया है। उस प्रोटोकॉल के मुताबिक एक चिकित्सक, प्रखंड विकास पदाधिकारी और जिलास्तरीय वरीय पदाधिकारी को शामिल करते हुए तीन सदस्यीय समिति का गठन कर मामले की जांच की जाएगी। तीन सदस्यीय समिति को उपायुक्त द्वारा जांच के लिए भेजा गया है।
जिसकी आएगी लापरवाही, उनपर होगी कार्रवाई
पंचायत समिति सदस्य रानी बांदिया कुछ दिनों से प्रयास कर रही थीं कि उक्त वृद्धा को राशन और पेंशन मिले। रानी ने मार्केटिंग पदाधिकारी, डीएसओ, प्रखंड विकास पदाधिकारी सभी से बात की थी। ऐसी स्थिति में यह मसला गंभीर बन जाता है कि यदि कोई सूचना प्राप्त हो रही है तो प्रशासन उस पर कितनी तत्परता से काम कर रहा है। प्रशासन की तत्परता नहीं रहने के कारण यदि मौत हुई है तो इस पर उत्तरदायित्व सुनिश्चित किया जाएगा। इस मामले में कोई भी अधिकारी अथवा डीलर की लापरवाही सामने आएगी तो उन पर कार्रवाई होगी।