Jamshedpur News: प्रवासी मजदूरों को ओडिशा में पुलिस ने रोका, पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी के हस्तक्षेप से छोड़ा
Jamshedpur News प्रवासी मज़दूर आंध्रप्रदेश से घाटशिला (पूर्वी सिंहभूम झारखंड) के लिए रवाना हुए थे। इन्हें आेडिशा के मलकानगिरी जिले में स्थित मोतू-ब्रिज चेकपोस्ट पर पुलिस ने रोक दिया था। आेडिशा में लागू पूर्ण लॉकडाउन की वजह से इन्हें वापस लौटाया जा रहा था।
जमशेदपुर/घाटशिला, जासं। Jamshedpur, Jharkhand News कोरोना संक्रमण के तेज़ी से बढ़ने प्रसार के बाद देश के कई राज्यों में सख़्त लॉकडाउन प्रभावी है। ऐसे में वहां के प्रवासी मज़दूर भी अपने अपने गृह राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं। कई राज्यों में लॉकडाउन इतनी कठोर है कि बाहरी लोगों और गाड़ियों तक के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। ऐसी ही परेशानियों का सामना किया घाटशिला के रहने वाले प्रवासी मजदूरों ने।
लगभग 15 की संख्या में प्रवासी मज़दूर आंध्रप्रदेश से घाटशिला (पूर्वी सिंहभूम, झारखंड) के लिए रवाना हुए थे। शुक्रवार सुबह इन्हें आेडिशा के मलकानगिरी जिले में स्थित मोतू-ब्रिज चेकपोस्ट पर पुलिस ने रोक दिया था। आेडिशा में लागू पूर्ण लॉकडाउन की वजह से इन्हें वापस लौटाया जा रहा था। प्रवासी मजदूरों में से बांकी नामक एक युवक ने इसकी सूचना घाटशिला क्षेत्र की जिला पार्षद दिव्यानी मुर्मू को दी। जिला पार्षद ने इस मामले में पूर्व विधायक सह झारखंड प्रदेश भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी से हस्तक्षेप का आग्रह किया। कुणाल षाड़ंगी ने सुबह लगभग साढ़े दस बजे संबंबंधित मामले को अपनी ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए आेडिशा पुलिस, झारखंड पुलिस सहित मलकानगिरी एवं जमशेदपुर के उपायुक्तों को सूचनार्थ टैग करते हुए मदद सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।
इस तरह लौट पाए घर
कुणाल षाड़ंगी की ट्वीट पर झारखंड सरकार के निवर्तमान डीजीपी रहे एमवी राव ने भी स्वतः संज्ञान लेकर जरूरी मदद पहुंचाने हेतु इच्छा जताई। फिर मलकानगिरी एसपी ने सूचित किया कि कुछ समय पूर्व ही प्रवासी मजदूरों को अपने गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया है।