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होली के रंग में न हो भंग, एमजीएम में एक भी ड्रेसर नहीं, बेड भी मिलना मुश्किल

घटना दुर्घटना हुई तो घायलों का कौन करेगा ड्रेसिग होली के दिन बढ़ जाती घायलों की संख्या एमजीएम व सदर अस्पताल में सुरक्षाकर्मी भी नहीं हो-हंगामा हुआ तो कौन संभालेगा मोर्चा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Mar 2021 05:30 AM (IST)Updated: Sun, 28 Mar 2021 05:30 AM (IST)
होली के रंग में न हो भंग, एमजीएम में एक भी ड्रेसर नहीं, बेड भी मिलना मुश्किल
होली के रंग में न हो भंग, एमजीएम में एक भी ड्रेसर नहीं, बेड भी मिलना मुश्किल

जासं, जमशेदपुर : होली खेलते समय इस बार विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। कोरोना का डर तो है ही, अस्पतालों की व्यवस्था भी राम राम भरोसे है। ऐसे में होली खेलते समय यदि कोई घटना, दुर्घटना होती है तो इलाज के लिए परेशानी का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में एक भी ड्रेसर और सुरक्षाकर्मी नहीं हैं। ड्रेसर के पद 34 हैं। लेकिन, बीते डेढ़ साल से सिर्फ एक ही ड्रेसर सेवा दे रहा था। एक सप्ताह पूर्व उसकी मौत ब्रेन हेमरेज से हो गई। इसके बाद से अस्पताल में अब एक भी ड्रेसर नहीं है। जैसे-तैसे स्वीपर या फिर अटेंडरों द्वारा ड्रेसिग किया जा रहा है, जो खतरनाक है।

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चिकित्सकों का कहना है कि यदि ठीक से ड्रेसिग न हो तो संक्रमण फैलने का खतरा काफी अधिक रहता है और मरीज की जान पर भी बन सकता है। वहीं, अस्पताल में बेड भी फुल हैं। एमजीएम प्रबंधन द्वारा विभाग को कई बार प्रस्ताव बनाकर भेजा गया लेकिन, अब तक को पहल नहीं हो सकी है।

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एमजीएम में हो सकता है बड़ा हादसा

एमजीएम व सरदार अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था भी राम भरोसे है। जबकि यहां आय दिनों हो-हगंमा होता रहता है। दोनों जगहों पर बीते तीन दिन से एक भी सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर तैनात नहीं है। जबकि एमजीएम में 90 व सदर अस्पताल में 20 सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर तैनात रहते थे। दरअसल, होमगार्ड के जवान अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। इससे दोनों जगह की सुरक्षा व्यवस्था राम भरोसे हो गई है।

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' इतने बड़े अस्पताल में एक भी ड्रेसर का नहीं होता दुखद है। होली के दिन अगर कोई घटना, दुर्घटना होती है तो उन्हें ड्रेसिग कौन करेगा। जबकि इस दिन घायल होकर भारी संख्या में लोग अस्पताल पहुंचे हैं। अस्पताल में सुरक्षाकर्मी भी नहीं है कि व्यवस्था को नियंत्रण में रख सकें।

- अमरनाथ सिंह, प्रदेश महासचिव, झारखंड राज्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ।


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