करा रही थी अल्ट्रासाउंड, हो गया बच्चा
: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अल्ट्रासाउंड सेंटर में ही शुक्रवार को मां ने बच्चे को जना। 56 साल के स्थापना काल से अब तक अस्पताल में ऐसी घटना नहीं हुई थी। उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद मौके पर पहुंचे और जच्चा-बच्चा को स्ट्रेचर से महिला एवं प्रसूति विभाग में शिफ्ट कराया। घटना 11.20 बजे दिन की है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अल्ट्रासाउंड सेंटर में ही शुक्रवार को मां ने बच्चे को जना। 56 साल के स्थापना काल से अब तक अस्पताल में ऐसी घटना नहीं हुई थी। उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद मौके पर पहुंचे और जच्चा-बच्चा को स्ट्रेचर से महिला एवं प्रसूति विभाग में शिफ्ट कराया। घटना 11.20 बजे दिन की है।
पटमदा स्थित लच्छीपुर गांव निवासी अंगद महतो की पत्नी लक्ष्मी महतो आठ माह की गर्भवती थी। वह नियमित जांच कराने के लिए एमजीएम अस्पताल पहुंची थी। ओपीडी में चिकित्सकों ने गर्भवती को देखा तो बच्चा मूवमेंट नहीं कर रहा था। इसे देखते हुए चिकित्सकों ने अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी। इसके बाद लक्ष्मी को अल्ट्रासाउंड सेंटर में ले जाया गया। वहां पर जैसे ही उसकी बारी आई और बेड पर लिटाया गया कि उसने बच्चे को जन्म दे दिया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। महिला का यह पहला बच्चा है। जिस वक्त अस्पताल में घटना घटी उस दौरान स्वास्थ्य सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी एमजीएम कॉलेज का निरीक्षण कर रहे थे।
सीढ़ी से जाना पड़ता है अल्ट्रासाउंड सेंटर
अल्ट्रासाउंड सेंटर प्रशासनिक भवन के पहले तल्ले पर है। यहां पर जाने के लिए लिफ्ट की सुविधा नहीं है। ऐसे में गंभीर व गर्भवती महिलाओं को सीढ़ी के माध्यम से जाना पड़ता है। मरीजों को गोदी या फिर स्ट्रेचर के माध्यम से अल्ट्रासाउंड सेंटर ले जाना पड़ता है।
महिला एवं प्रसूति विभाग में बेड की कमी है। इस वजह से एक-एक बेड पर दो से तीन जच्चे-बच्चे भर्ती हैं।
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अल्ट्रासाउंड सेंटर में बच्चे के जन्म लेने की सूचना मिलते ही मैं वहां तत्काल गया। इसके बाद स्ट्रेचर के माध्यम से उसे लेबर रूम में भेजा गया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
- डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी, उपाधीक्षक, एमजीएम।