शव से निकला कीड़ा, एमजीएम में जमकर हंगामा
महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक शव से
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक शव से कीड़ा निकलने पर परिजन भड़क गए और जमकर हंगामा किया। इतना ही नहीं, इमरजेंसी विभाग की नर्स, अधीक्षक चैंबर व कर्मचारियों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया। इससे इमरजेंसी विभाग के कर्मचारियों में नाराजगी देखी गई।
भुक्तभोगी कर्मचारियों का कहना था कि कोई भी आता है और बिना गलती के गाली-गलौज कर चले जाता है। जबकि इसमें उनलोगों की कोई गलती नहीं है। दरअसल, बीते मंगलवार की शाम में सीतारामडेरा जाने वाली पुल के बायीं तरफ काशीडीह बगान एरिया नाला के किनारे एक अज्ञात युवक का शव मिला था। इसके बाद पुलिस ने पहचान के लिए शव को एमजीएम अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया था। बुधवार को उसकी पहचान कुंदन ठाकुर नामक युवक के रूप में हुई है। वह सीतारामडेरा स्थित बाबूडीह का रहने वाला था। रामनवमी जुलूस के दिन से ही वह गायब था। इसे लेकर परिजन काफी परेशान थे। बताया जा रहा है कि उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं थी।
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शव के लिए पांच घंटे परेशान रहे परिजन
शव की पहचान होने के बाद परिजन सुबह आठ बजे एमजीएम अस्पताल पहुंच गए। लेकिन शवगृह का गेट कोई खोलने वाला नहीं था। परिजन कुछ देर तक इंतजार किये लेकिन उसके बावजूद भी कोई नहीं आया। तब, परिजन भड़क गए और हंगामा करने लगे। इसके बाद इमरजेंसी विभाग से लेकर अधीक्षक चैंबर तक जमकर हंगामा किया और अस्पताल पर सवाल खड़ा किया।
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छुंट्टी पर था कर्मचारी, तीन माह से खराब है शवगृह
शवगृह में तैनात कर्मचारी लाल का बुधवार को छुंट्टी रहती है। उसके जगह पर दूसरे कर्मचारी की तैनाती नहीं है। उसके नहीं रहने से अलग-अलग कर्मचारियों की मदद ली जाती है और शव को शवगृह से पोस्टमार्टम हाउस भेजा जाता है। बुधवार को अन्य कर्मचारी भी व्यस्त थे। जिसके कारण शवगृह काफी देर से खुला। ताला खोलने के लिए जबतक कर्मचारी पहुंचे तबतक काफी देर हो चुकी थी। परिजन काफी हंगामा कर चुके थे। मौके पर साकची पुलिस पहुंच चुकी थी। वहीं शवगृह भी बीते तीन माह से खराब पड़ा है। डीप फ्रीजर काम नहीं करने की वजह से शवों से बदबू आने लगती है। इसकी शिकायत कई बार अधीक्षक से की गई लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। शव रखने वाले दो बॉक्स में पानी भी भर आता है। वहीं शवगृह में पानी की भी व्यवस्था नहीं है। शौचालय की स्थिति भी दयनीय है।
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कोट ::
शवगृह खराब जरूर है पर उतना भी नहीं कि शवों से बदबू आने लगे। कुछ फ्रीजर सही ढंग से काम नहीं कर रहें हैं, उन्हें बनाने का प्रयास किया जा रहा है। देर इसलिए हो रहीं है कि मरम्मतीकरण के नाम पर अलग से फंड नहीं मिलता है। जिस शव में कीड़ा लगने की बात कहकर परिजन हंगामा कर रहें थे वह गलत है। शव में पहले से ही कीड़े लगे थे जिसके कारण बदबू भी आ रहीं थी।
- डॉ. भारतेंदु भूषण, अधीक्षक, एमजीएम।
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