दक्षता नहीं प्राप्त कर पाएं एक भी स्कूल, 19 स्कूल को शो-कॉज Jamshedpur News
पूर्वी सिंहभूम जिला के एक भी स्कूल कांस्य पदक के लिए दक्षता प्राप्त नहीं कर पाया। इसके लिए 22 स्कूलों ने प्रमाणीकरण के लिए निबंधन कराया था।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला के एक भी स्कूल कांस्य पदक के लिए दक्षता प्राप्त नहीं कर पाया। इसके लिए 22 स्कूलों ने प्रमाणीकरण के लिए निबंधन कराया था। बीपीओ ने इसमें 19 स्कूल को सर्टिफाई किया था। इसके बावजूद जिले के एक भी स्कूल कांस्य पदक की दौड़ में भी शामिल नहीं हो पाए।
इस कारण मुसाबनी व डुमरिया के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीईईओ) व प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी (बीपीओ) को शॉ-कॉज जारी करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) शिवेंद्र कुमार ने दिया है। स्कूलों की समीक्षा के दौरान उन्होंने सभी 19 स्कूलों के प्रधानाध्यापक को भी शो-कॉज जारी करने को कहा। इस बैठक में ज्ञान सेतु और ई-विद्यावाहिनी की समीक्षा की गई।
स्कूलों की शिथिलता आई सामने
पाया गया कि इस माह पूर्वी सिंहभूम जिला शिथिलता के कारण चौथे नंबर पर आ गया। डीईओ ने कहा कि इसमें सभी लोग अच्छी तरह से कार्य कर रहे हैं, लेकिन लर्निंग आउटकम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। इस कारण यह जिला चौथे नंबर पर आ गया है। इस पर सभी को ध्यान देने की जरूरत है। इसके प्रदर्शन को इस माह को सुधारना आवश्यक है। अन्यथा संबंधित बीईईओ व पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। डीईओ ने बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने पर जोर दिया तथा कहा कि एक माह के अंदर सभी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 80 प्रतिशत होनी चाहिए। इसके लिए सभी अपने स्तर से प्रयास करें। बैठक में एडीपीओ पंकज कुमार, एपीओ अखिलेश कुमार, सभी प्रखंड के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी उपस्थित थे।
क्या है प्रमाणीकरण
इसमें स्कूल की तमाम गतिविधियों को देखा जाता है। इसमें शिक्षा व स्वच्छता से लेकर विभागीय योजनाओं का अनुपालन का आकलन भी किया जाता है।
सभी बीपीओ का होगा स्थानांतरण
डीईओ ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि अगले माह तक सभी बीपीओ का स्थानांतरण अनिवार्य रूप से से कर दिया जाए। एक जगह में पड़े-पड़े वे लोग शिथिल हो गए। इस कारण उनका स्थानांतरण आवश्यक है।
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार की तिथि बढ़ी
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की तिथि 15 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है। पहले यह 30 सितंबर तक थी। इस संबंध में सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को शिक्षा विभाग की ओर से सूचित कर दिया गया है।