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खिड़कियां तो खुलीं पर अभी नहीं बन पाएगा लाइसेंस

जिला परिवहन पदाधिकारी कार्यालय (डीटीओ ऑफिस) की खुली खिड़कियों को देखर यदि आप ड्राइविग लाइसेंस बनवाने की सोच रहे हैं तो अभी आपको इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि सरकार ने अभी ड्राइविग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया शुरू करने को हरी झंडी नहीं दिखाई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Jun 2020 04:21 AM (IST)Updated: Mon, 08 Jun 2020 06:19 AM (IST)
खिड़कियां तो खुलीं पर अभी नहीं बन पाएगा लाइसेंस
खिड़कियां तो खुलीं पर अभी नहीं बन पाएगा लाइसेंस

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जिला परिवहन पदाधिकारी कार्यालय (डीटीओ ऑफिस) की खुली खिड़कियों को देखर यदि आप ड्राइविग लाइसेंस बनवाने की सोच रहे हैं तो अभी आपको इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि सरकार ने अभी ड्राइविग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया शुरू करने को हरी झंडी नहीं दिखाई है। कारण कि इसमें थंब इंप्रेशन और फोटो लेना अनिवार्य है। कोराना संक्रमण फैलने की आशंका के मद्देनजर अभी ये प्रक्रियाएं पूरी नहीं की जा सकतीं। दूसरी ओर, लॉकडाउन के कारण ड्राइविग लाइसेंस बनवाने के लिए फीस जमा करने के बाद लगभग 500 से अधिक आवेदन लंबित पड़े हैं।

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डीटीओ ऑफिस की खिड़कियां एक जून से ही खुल गई हैं। छह दिनों में गाड़ियों के ट्रांसफर के लिए ही लगभग 24 कागज खिड़कियों पर आए। पहले यही आवेदन एक दिन में 100 से अधिक आते थे। वाहनों का टैक्स लोग ऑनलाइन जमा कर रहे हैं। वाहनों के शोरूम तो खुल गए हैं, लेकिन वाहन बिक ही नहीं रहे हैं, इसलिए वाहनों के रजिस्ट्रेशन के आवेदन भी नहीं आ रहे हैं। जिला परिवहन पदाधिकार दिनेश रंजन बताते हैं कि ड्राइविग लाइसेंस बनने का काम बंद होने के कारण और कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका चलते अभी दिन भर में दो-चार लोग ही आ रहे हैं, नहीं तो इस कार्यालय में एक दिन में 250 से 300 लोग हर दिन अपने-अपने काम से आते थे।

इधर, जिला अवर निबंधक कार्यालय का भी वहीं हाल है। यह कार्यालय आम अवाम के लिए तीन जून से खुल गया। पहले दिन तीन, चार जून को चार, पांच को छह और छह जून को मात्र एक डीड जमीन-मकान की रजिस्ट्री के लिए आया। लॉकडाउन के के पूर्व आम दिनों में इस कार्यालय में जमीन-मकान की रजिस्ट्री के लिए 18 से 20 डीड आते थे। इतना ही नहीं लोग अभी विवाह के निबंधन से भी परहेज ही कर रहे हैं। इसके लिए भी बमुश्किल एक-दो आवेदन ही आ रहे हैं। जहां तक जमीन-मकान की रजिस्ट्री के लिए लंबित कागजातों की बात है तो जिला अवर निबंधक प्रफुल्ल कुमार बताते हैं कि कार्यालय में जमीन-मकान की रजिस्ट्री के लिए एक भी आवेदन लंबित नहीं है। यदि किसी डीड राइटर ने कोई आवेदन लंबित रखा हो तो कह नहीं सकते। दूसरी ओर, जिला कोषागार में लॉकडाउन के कारण एक दिन भी काम नहीं रुका। यहां से लगातार राज्य सरकार के सभी विभागों के वेतन और कोविड-19 से बचाव के राहत कार्य के बिल पास हो रहे हैं। अन्य किसी भी मद में फंड ही नहीं आया है। इसलिए कोई भुगतान के लिए भी नहीं आ रहा है।


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