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Indian Railway: ट्रेनों में अब और साफ मिलेंगे बेडशीट, कंबल और तकिया Jamshedpur News

Indian Railway. टाटानगर स्टेशन पर मैकेनाइज्ड लाउंड्री में तीन अत्याधुनिक मशीनें लगाई गईं हैं। इससे अब ट्रेनों में और साफ बेडशीट कंबल व तकिया मिल सकेगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 12:25 PM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 12:25 PM (IST)
Indian Railway: ट्रेनों में अब और साफ मिलेंगे बेडशीट, कंबल और तकिया Jamshedpur News
Indian Railway: ट्रेनों में अब और साफ मिलेंगे बेडशीट, कंबल और तकिया Jamshedpur News

जमशेदपुर, गुरदीप राज। Mechanized Laundry at Tatanagar Railway Station टाटानगर स्टेशन से खुलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन टाटा-जम्मूतवी, टाटा-छपरा, जालियांवाला बाग एक्सप्रेस सहित आधा दर्जन ट्रेनों में अब साफ-सुधरे खुशबूदार बेडशीट, तकिया कवर, टावेल व कंबल यात्रियों को मिलेंगे। इतना ही नहीं टाटानगर से खुलने वाली ट्रेनों के अतिरिक्त टाटानगर से गुजरने वाली ट्रेनों में अगर बेडशीट, कंबल व तकिया कवर की किल्लत होगी तो उन ट्रेनों में टाटानगर से ही उपलब्ध करने की क्षमता होगी।

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टाटानगर में तीन अत्याधुनिक मशीनें मैकेनाइज्ड लाउंड्री में लगाई गई है। इससे धोने की क्षमता बढ़ गई है। जबकि, फ्लैट वर्क आयि‍रिंग मशीन टाटानगर स्टेशन में एक और लगाई जानी है। इसकी प्रकिया पूरी कर ली गई है। इस मशीन के लगते ही टाटानगर के लाउंड्री में कपड़े धोने की क्षमता दोगुनी हो जाएगी। फिलहाल लाउंड्री में प्रतिदिन दो टन बेडशीट, तकिया कवर, तौलिया, कंबल धोए जा रहे हैं। फ्लैट वर्क आयङ्क्षरग मशीन के लगते ही सीधे तीन से चार टन कपड़े प्रतिदिन टाटानगर की लाउंड्री द्वारा धोने के बाद आयरन कर निकाल दिए जाएंगे। साथ ही बेडशीट, तकिया कवर की सफेदी जस की तस रहेगी। इसमें पीलापन का नामोनिशान नहीं रहेगा। 
इन मशीनों का यह काम 
टाटानगर के मैकेनाइज्ड लाउंड्री में टम्बलर डायर दो मशीनें हैं। इसमें तकिया कवर व तौलिया सुखाया जाता है। ड्राई क्लीनिंग मशीनें दो हैं। इसमें कंबल धोया जाता है। वाशर मशीन में बेडशीट व तकिया कवर धोया जाता है। यह मशीन एक घंटे में साठ किलो बेडशीट को धोती है। प्लेट वर्क आयरिंंग मशीन एक ही है। इसमें बेडशीट व तकिया कवर आयरन होता है। 
प्रतिदिन इतने कपड़े धोती हैै मशीन 
  • बेडशीट : 3600 
  • तकिया कवर : 2100
  • कंबल : 96 
  • तकिया : 2100।
किन ट्रेनों में कितना चढ़ता है कपड़ा
  • टाटा-जम्मूतवी एक्सप्रेस : 200 पैकेट
  • टाटा-एलेप्पी एक्सप्रेस : 500 पैकेट
  • टाटा-यशवंतपुर एक्सप्रेस : 1150 पैकेट
  • टाटा-छपरा एक्सप्रेस : 700 पैकेट
  • जालियांवाला बाग एक्सप्रेस : 900 पैकेट
  • एक पैकेट में दो बैडशीट, एक टावेल रहता है। इसके साथ अलग से कंबल व तकिया कवर दिया जाता है।
ये कहते अधिकारी
टाटानगर के मैकेनाइज्ड लाउंड्री में तीन अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं। इससे कपड़ा धोने की क्षमता बढ़ गई है। एक और मशीन लगने वाली है। उस मशीन के लगने से वर्तमान की क्षमता से करीब डेढ़ गुना अधिक कपड़े आयरन कर ट्रेन तक पहुंचाए जा सकेंगे। 
- मनीष कुमार पाठक, सीनियर डीसीएम चक्रधरपुर मंडल 

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