पूर्व बीएड प्रभारी बहाल हुए तो इस्तीफा देंगे को-ऑपरेटिव के शिक्षक
जागरण संवाददाता जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज की जांच समिति द्वारा बीएड संकाय में हुए अनिय
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : को-ऑपरेटिव कॉलेज की जांच समिति द्वारा बीएड संकाय में हुए अनियमिता की जांच करने के बाद रिपोर्ट की सत्यता की जांच कर रही विश्वविद्यालय की टीम को लेकर नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। शिक्षकों के बीच इस बात की खासी नाराजगी देखी जा रही है कि जब कॉलेज की कमेटी जांच कर चुकी है, तो उस पर अविश्वास कैसा। इस मामले को लेकर जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज में बीएड विवाद पर विद्रोह की स्थिति बन गई है।
बुधवार को कमेटी के तीन सदस्यों ने महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. वीके सिंह से मुलाकात कर कड़ी आपत्ति जतायी। कहा है कि यदि पूर्व बीएड प्रभारी डॉ. विश्ववेश्वर यादव को फिर से बहाल किया गया तो शिक्षक कॉलेज में काम नहीं करेंगे। शिक्षकों का कहना है कि करीब दस माह पहले कॉलेज के बीएड संकाय में हुई अनियमितता एवं दस्तावेजों के गायब होने के मामले में पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ. एनआर चक्रवर्ती के समय छह सदस्यीय कमेटी गठित कर जाच कराई गई थी। कमेटी ने 11 बिंदुओं पर जांच कर अपनी रिपोर्ट में पूर्व बीएड के प्रभारी डॉ. विशेश्वर यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इस रिपोर्ट के आधार पर डॉ. यादव की संविदा का नवीकरण नहीं किया गया। अब इस मामले में एक बार फिर कोल्हान विश्वविद्यालय प्रशासन अपने स्तर से जाच करा रहा है। इससे कॉलेज के वरिष्ठ शिक्षकों में नाराजगी है। कॉलेज जाच कमेटी के सदस्य एवं विवि के सीनेट सदस्य डॉ. विजय कुमार पीयूष ने कहा है कि यदि संविदा शिक्षक को बहाल किया गया तो जाच कमेटी में शामिल सदस्य महाविद्यालय में काम नहीं करेंगे।
पूर्व बीएड प्रभारी ने प्राचार्य को किया अपमानित : को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. वीके सिंह के सामने वर्तमान बीएड प्रभारी डॉ. संजीव कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय की टीम के समक्ष प्राचार्य को पूर्व बीएड प्रभारी ने अपमानित किया। कहा कि यदि मुझमें क्षमता है तो आप मुझे प्रशासनिक काम से नहीं रोक सकते।
'मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा, शिक्षकों की भावना का वे सम्मान करते हैं। विश्वविद्यालय की टीम अपने स्तर से जांच कर रही है। मामले में आगे क्या होगा मुझे नहीं मालूम।'
-डॉ. वीके सिंह, प्रभारी प्राचार्य, जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज।