गैंग्स ऑफ जमशेदपुर: आका के इशारे पर कुछ भी कर गुजरने को तैयार निमोछिए,जानिए
रंगदारी-वसूली के लिए आए दिन नए गिरोह-नए गैंग खड़े हो रहे हैं। ऐसे गैंग के अधिकतर सदस्य कम उम्र के होते हैं।
जमशेदपुर(मनोज सिंह)। कभी कीताडीह में दिनदहाड़े गोलियां बरसाई जाती है तो कभी सोनारी में। गैंगवार की गोलियां यहां कोर्ट परिसर तक को धुआं-धुआं कर देती हैं। ऐसा है जमशेदपुर शहर का क्राइम रिकॉर्ड। यहां कई गैंग हैं और कई गैंग मौका मिलते ही पनपने लगते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि यहां स्क्रैप का धंधा है। कल-कारखाने हैं। इसलिए रंगदारी का फलता-फूलता धंधा है। पैसे की कोई कमी नहीं। रंगदारी-वसूली के लिए आए दिन नए गिरोह-नए गैंग खड़े हो रहे हैं। ऐसे गैंग के अधिकतर सदस्य कम उम्र के होते हैं। ये अपने आका के एक ही इशारे पर कुछ भी करने को तैयार रहते हैं।
अपराधिक गिरोह का मुख्य काम है बिल्डरों, ठेकेदारों व दुकानदारों से रंगदारी वसूलना। वर्तमान में बागबेड़ा, परसुडीह व सुंरदरनगर क्षेत्र में डबलू मिश्रा गिरोह में मन्ना महतो, रंजीत, अजित, लेदा, फोको, केंदू, पोंपो, अफजल आदि के साथ मिलकर जुआ-मटका से लेकर चोरी-छिनतई को अंजाम दे रहे हैं। जबकि इनका प्रतिद्वंदी संजीत साव का गिरोह भी काम करता है। इसमें सोनू कुमार दत्ता उर्फ सोनू, मो. शाहरूख के अलावा अपने अन्य सक्रिय हैं।
मानगो क्षेत्र में कई गिरोह हैं सक्रिय
मानगो क्षेत्र में कई नए गिरोह अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इसमें प्रमुख है शिबू बच्चा। आजादबस्ती निवासी शिबू का संबंध में राजधानी रांची के अपराधी सोनू एंब्रोज से था। शिबू 20 दिनों से सोनू को कपाली क्षेत्र में पनाह दिया हुआ था। यह तो संयोग था कि जमशेदपुर से रांची जाते ही सोनू की हत्या कर दी गयी। दूसरी ओर पुलिस ने अपराधी शिबू को भी फायङ्क्षरग व रंगदारी मांगने के आरोप में जेल भेज दिया गया। इसके अलावा गोजा सोनू भी गिरोह बनाकर कपाली, मानगो, आजादनगर क्षेत्र में जमीन कारोबार से जुड़े लोगों से रंगदारी की वसूलता है।
मानगो में ही गुड्ढू पांडेय का गिरोह
मानगो में कुछ माह पूर्व तक गणेश सिंह का गिरोह था। गणेश को पुलिस ने तड़ीपार भी किया था। अब वह सामाजिक काम में लगा हुआ है। मानगो में ही गुड्डू पांडेय अपना एक अलग गिरोह बना रखा था, उसके साथ सिंटू सिंह, सन्नी पाठक, आदित मिश्रा, कुणाल पाल, सन्नी सिंह, विवेक कुमार तिवारी, राकेश सिंह आदि काम करते थे। कुछ समय से गुड्डू राजनीति में आ गया है। मानगो में तीसरा गिरोह है अमरनाथ सिंह का। उसके साथ मृत्युंजय सिंह, मिंकू सिंह, हीरे पाजी, ललित शर्मा, लेदरा यादव, पंकज सिंह, मनोज सिंह, दुर्गा सिंह, मदन सिंह, मृत्युंजय ओझा आदि घटनाओं को अंजाम देते हैं।
सबसे सशक्त अखिलेश सिंह गिरोह
कुछ माह पूर्व खुफिया विभाग ने भी जमशेदपुर में सक्रिय अपराधिक गिरोह की रिपोर्ट जारी की थी। इसमें जेल में बंद कुख्यात अखिलेश सिंह गिरोह सबसे सशक्त बताया था। रिपोर्ट में बताया गया था कि गिरोह सिदगोड़ा से संचालित होता है। अखिलेश दुमका जेल में है। उसके गिरोह के सक्रिय सदस्य हरिश सिंह की गिरफ्तारी की गई है। गिरोह का गोलमुरी निवासी जसवीर सिंह जेल से निकला है और रंगदारी वसूलने का काम कर रहा है। अखिलेश के लिए काम करने वालों में अमलेश सिंह, बंटी जायसवाल, सुधीर दुबे, विक्रम शर्मा, संतोष गुप्ता, मुकेश सिंह, नीरज कुमार सिंह, अजय सिंह, करण सिंह, भोला सिंह, अनिश कुमार मिश्रा, बबलू थापा, चौड़ा राजू, अमित मुंडी, रिशू सिंह, मनिंदर सिंह, धर्मेंद्र प्रधान आदि शामिल हैं।
शहर में सक्रिय अपराधियों का गैंग
- अखिलेश सिंह - जमशेदपुर
- शिबू बच्चा - कपाली, मानगो, आजादनगर
- गोजा सोनू - कपाली, मानगो, आजादनगर
- डबलू मिश्रा - बागबेड़ा, सुंदरनगर, परसुडीह
- संजीत साव - बागबेड़ा, सुंदरनगर, परसुडीह
- अमरनाथ सिंह - मानगो, उलीडीह, एमजीएम
- गुड्डू पांडेय - मानगो, उलीडीह, एमजीएम
- शंकी यादव - एमजीएम, बोड़ाम, उलीडीह
- सिंटू सिंह - मानगो, उलीडीह, एमजीएम
- मो. रिजवान - कपाली, आजादनगर, मानगो
- मो. नौशाद - टेल्को, बारीनगर
- मो. सरफराज - कपाली, आजादनगर
बन रही स्पेशल टीम
शहर में सक्रिय अपराधियों की कमर तोडऩे के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। जमशेदपुर पुलिस ने सक्रिय गिरोह के सदस्यों को पकड़ कर जेल भेजने का काम शुरू कर दिया है। पुलिस अपराधियों को पकडऩे के लिए स्पेशल टीम बनाकर लगातार कार्रवाई कर रही है।
- अनूप बिरथरे, वरीय पुलिस अधीक्षक जमशेदपुर
छोटू बच्चा के साथ आसिफ व शहनवाज बना रहे थे गैंग
एक दिन पूर्व आजादनगर पुलिस ने पिस्टल, गोली व चाकू के साथ मो. आसिफ व मो. शहनवाज को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार दोनों युवक छोटू बच्चा गिरोह के सदस्य हैं। पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार दोनों युवकों ने दो दिन पूर्व एक व्यापारी को रंगदारी के लिए फोन पर धमकी दी थी। जिसकी जानकारी व्यापारी ने पुलिस को नहीं दी थी। गिरफ्तार युवक से पूछताछ की गई तो पता चला कि उन्हें कपाली निवासी किसी व्यक्ति ने पिस्टल उपलब्ध कराई थी। शहनवाज के खिलाफ आजादनगर थाना में मारपीट का मामला दर्ज था। इस मामले में वह फरार था।
जेल में बंद शिबू बच्चा के खिलाफ खड़ा कर रहे थे गैंग
गिरफ्तार बदमाश पिछले दिनों मेडिकल दुकानदार से रंगदारी मांगने के लिए फायङ्क्षरग करने का आरोपित शिबू बच्चा गैंग के खिलाफ आसिफ व शहनवाज काम कर रहे थे। अपना वर्चस्व कायम करने व शिबू बच्चा गिरोह को चुनौती देने के लिए दुकानदारों से रंगदारी मांगने का काम शुरू किया था। पूछताछ में आरोपितों ने यह भी बताया कि दीपावली से छठ तक जुआ होता है। जुए के अड्डे पर पिस्टल का भय दिखाकर पैसा लूटने का प्लान बना था। गुरुवार की रात में भी आरोपित ओल्ड पुरुलिया रोड में चल रहे एक जुआ अड्डा पर पहुंचे थे, लेकिन वहां इनका प्रयास सफल नहीं हुआ।
आसिफ ने थाने में हाथ काटने की कोशिश की थी
जेल भेजे जाने से पूर्व आरोपित आसिफ ने थाना परिसर में अपना हाथ को कांच पर मार दिया। इससे उसके हाथ में हल्की चोट लगी। उसे बचाने के क्रम में एक पुलिसकर्मी को भी चोट लग गयी। जेल के बजाय अस्पताल जाने के लिए हाथ को काटने की कोशिश की।