चढ़ा राजनीति का पारा : कोल्हान की सियासत में दिख रहे कई रंग
कोल्हान की सियासत में एक साथ कई रंग दिख रहे हैं। भाजपा, झामुम), झाविमो, कांग्रेस, आजसू पार्टी की सक्रियता बढ़ी हुई हैं।
जमशेदपुर (जेएनएन)। राजनीति का पारा एकबारगी चढ़ गया है। कोल्हान की सियासत में एक साथ कई रंग दिख रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो), कांग्रेस, आजसू पार्टी की सक्रियता बढ़ी हुई हैं। इन पार्टियों के तमाम बड़े नेता यहां रैली और सभाएं कर अपनी ताकत का मुजाहिरा तो कर ही रहे हैं, जनाधार बढ़ाने की कवायद भी हो रही है।
झामुमो की झारखंड संघर्ष यात्रा
झामुमो ने अपनी झारखंड संघर्ष यात्रा का आगाज गुरुवार को जमशेदपुर से किया। इसमें पार्टी के अध्यक्ष शिबू सोरेन, कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के साथ ही पार्टी के सभी विधायक और बड़े नेता शामिल रहे। यात्रा गुरुवार की रात सड़क मार्ग से होते हुए घाटशिला पहुंची जहां रात्रि प्रवास हुआ। इस दौरान जगह-जगह सभाएं हुईं और राज्य एवं केंद्र सरकार पर हमला हुआ और यह बताने की कोशिश हुई कि अगले चुनाव में झाविमो और बेहतर प्रदर्शन करेगी। हालांकि, शिबू सोरेन यात्रा की शुरुआत के बाद वापस लौट गए। कमान हेमंत सोरेन ने संभाल रखी है। वे विधानसभावार अलग-अलग मुद्दे उठाकर लोगों को पार्टी से जोडऩे की कोशिश कर रहे हैं। पूरी कोशिश ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की है। रात्रि चौपाल भी इसी का हिस्सा है। जमशेदपुर में हेमंत ने स्थानीय विधायक व मुख्यमंत्री रघुवर दास को अपनी जमीन और परिवार के सदस्यों को नौकरी मिलने का जवाब देने को कहा तो घाटशिला में अनुमंडल का पुराना मुद्दा उठाया। वहां उन्होंने स्थानीय विधायक लक्ष्मण टुडू पर तंज कसे और कहा कि अगर मुख्यमंत्री के समक्ष उनकी जुबान खुलती तो अनुमंडल का सपना पूरा हो सकता था। हेमंत शुक्रवार को अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में छोटी-बड़ी सभाएं करते देर रात चाईबासा पहुंचे और वहां रात्रि चौपाल लगाए। शनिवार को पश्चिमी सिंहभूम के अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में बैठकों का कार्यक्रम है। इनमें ताम्बो चौक, बर्कुदिया, कोक्चो चौक, उक्कूगुट्टू, कटभारी, पिन्का, पुटिसिया, भरभरिया, कुमारडुंगी मंझगांव बलन्दिया शामिल है। वे रात में चाईबासा वापस होंगे और वहीं रात्रि प्रवास करेंगे। चाईबासा में उन्होंने खासमहाल की समस्या का खासतौर से जिक्र किया और कहा कि झामुमो की सरकार बनी तो खासमहल की जमीन की समस्या खत्म करेंगे।
झाविमो का हल्ला बोल- पोल खोल
झाविमो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी शुक्रवार को कोल्हान के सरायकेला क्षेत्र पहुंचे और सभा की। उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश भरा। इस दौरान उन्होंने स्विस बैंक में कालाधन, महंगाई, राशन कार्ड, वूद्धापेंशन कार्ड रद्द होने समेत कई मुद्दे उठाए और भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार को घेरा। झामिवो राज्यव्यापी हल्ला बोल-पोल-खोल कार्यक्रम चला रहा है और इस बहाने सियारी आधार बढ़ाने की कवायद है। गिरिडीह से यह अभियान शुरू हुआ था। अभियान के दौरान गांव, टोला, मोहल्ला से लेकर बूथ स्तर तक पर प्रभारी नियुक्त करने की कार्रवाई भी हो रही है।शनिवार को बाबूलाल मरांडी ने पश्चिमी सिंहभूम के जगन्नाथपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लिया।
कांग्रेस का प्रदर्शन
इसबीच, शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने जमशेदपुर में बड़ी रैली और प्रदर्शन के माध्यम से अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। डॉ अजय जमशेदपुर से सांसद रह चुके हैं और उनका यहां आवास भी है। वे यहां बराबर आते हैं और विभिन्न कार्यक्रमों के बहाने पार्टी का आधार बढ़ाने का प्रयास करते हैं। शनिवार का उनका कार्यक्रम महंगाई के मसले को लेकर था। इस दौरान पेट्रोल और डीजल एवं रसोई गैस की कीमत में वृद्धि का मसला खासतौर से उठाया गया और सरकार को कठघरे में खड़ा किया गया। पार्टी का जुलूस साकची आमबगान से शुरू होकर कलेक्ट्रेट पहुंचा जहां नारेबाजी के बाद ज्ञापन भी सौंपा गया।
कोल्हान में लोकसभा की दो और विधानसभा की चौदह सीटें:कोल्हान में लोकसभा की दो और विधानसभा की चौदह सीटें हैं। लोकसभा की सभी सीटों पर भाजपा का कब्जा है। खूंटी और रांची लोकसभा क्षेत्र का भी बड़ा हिस्सा कोल्हान के विधानसभा क्षेत्रों से हैं। लिहाजा इन दो सीटों के लिए भी कोल्हान अहम है। विधानसभा की चौदह में सात सीटों पर झामुमो, पांच पर भाजपा, एक पर आजसू और एक पर मधु कोड़ा की पार्टी जय भारत समानता पार्टी का कब्जा है। कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा जगन्नाथपुर से विधायक हैं। जुसलाई से आजसू के रामचंद सहिस विधायक हैं।
कोल्हान में दलगत स्थिति
भाजपा के कब्जे वाली की सीटें: जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, घाटशिला, पोटका, ईचागढ़,
झामुमो के कब्जे वाली सीटें: बहरागोड़ा, सरायकेला, चाईबासा, मंझगांव, चक्रधरपुर, मनोहरपुर, खरसावां।