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मानगो दुष्कर्म : पीएमओ ने कहा, बख्शे नहीं जाएंगे दोषी

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर शहर की चर्चित मानगो दुष्कर्म कांड पर संज्ञान लेते हुए गुरुवार को

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 02:00 AM (IST)Updated: Fri, 31 Aug 2018 02:00 AM (IST)
मानगो दुष्कर्म : पीएमओ ने कहा, बख्शे नहीं जाएंगे दोषी
मानगो दुष्कर्म : पीएमओ ने कहा, बख्शे नहीं जाएंगे दोषी

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर

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शहर की चर्चित मानगो दुष्कर्म कांड पर संज्ञान लेते हुए गुरुवार को दुष्कर्म पीड़िता के संरक्षक नानकचंद्र सेठ के पास प्रधानमंत्री कार्यालय नई दिल्ली के अधिकारी अनुज शर्मा का फोन आया। अनुज शर्मा ने फोन कर पीड़िता के संरक्षक से जांच के संबंध में विस्तार से पूछा।

- प्रश्न - पीएमओ कार्यालय से अनुज शर्मा - दुष्कर्मी पर कार्रवाई हुई है कि नहीं ।

- संरक्षक - अब तक मात्र तीन आरोपित को पकड़ कर जेल भेजा गया, जिसमें से एक बेल पर बाहर है, जबकि इस मामले में डीएसपी, थानेदार से लेकर 16-17 लोग शामिल हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

- प्रश्न - पीएमओ कार्यालय से अनुज शर्मा - जांच से संतुष्ट हैं या नहीं।

- उत्तर - मैं जांच से संतुष्ट नहीं हूं। क्योंकि पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं था, इसलिए मैं सीबीआई जांच के लिए पीएमओ, सीएमओ, राज्यपाल से लेकर हाईकोर्ट में सीबीआई जांच के लिए आवेदन दिया गया है।

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- प्रश्न - अब तक मामले की स्थिति क्या है।

उत्तर - मैं मुख्यमंत्री जन संवाद में पीड़िता के साथ रांची गया था, सीबीआई जांच की मांग के लिए। इस पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भरोसा दिलाया और मामले की जांच सीआईडी से कराने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक माह में न्याय दिलाने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन 29 दिन बीतने के बाद सीआईडी की एक महिला अधिकारी जांच के लिए आई। जबकि मुख्यमंत्री ने एक माह में न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया था, लेकिन 29 दिन बीतने के बाद सीआईडी जांच करने पहुंची, इससे समझा जा सकता है कि मुख्यमंत्री की घोषणा को भी राज्य के पुलिस अधिकारी नजरअंदाज कर दिया।

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दहशत में जी रहा पूरा परिवार

पीएमओ अधिकारी को संरक्षक ने ने बताया कि इतना बड़ा मामला है, जिसमें डीएसपी, थानेदार, नेता, बिल्डर से लेकर ठेकेदार तक दुष्कर्म की घटना में शामिल हैं। ऐसे में पूरा परिवार दहशत के माहौल में जी रहे हैं। कई आरोपित द्वारा धमकी दिए जाने के बाद पुलिस ने एक सुरक्षा गार्ड मुझे उपलब्ध कराया गया है, लेकिन जब मैं घर से बाहर जाता हूं तो घर में रहने वाली पीड़िता व मेरे परिवार अकेले रहता है, इससे सुरक्षा का बड़ा सवाल खड़ा हो जाता है। पीएमओ के अधिकारी अनुज शर्मा ने सारे बातों को सुनने के बाद नानक चंद्र सेठ को भरोसा दिलाया कि न्याय जरुर मिलेगी और कोई भी दोषी क्यों न हो बख्शे नहीं जाएंगे।


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