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महाराज के दामन पर दाग, नाबालिग से दुष्कर्म के प्रयास की शिकायत पर हिरासत में

पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। दामन दाग लगा है सोनारी कागलनगर स्थित एक आश्रम के महाराज पर।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 20 Dec 2018 11:35 AM (IST)Updated: Thu, 20 Dec 2018 11:35 AM (IST)
महाराज के दामन पर दाग, नाबालिग से दुष्कर्म के प्रयास की शिकायत पर हिरासत में
महाराज के दामन पर दाग, नाबालिग से दुष्कर्म के प्रयास की शिकायत पर हिरासत में

जमशेदपुर,जागरण संवाददाता। पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। दामन दाग लगा है सोनारी कागलनगर स्थित एक आश्रम के महाराज पर। आश्रम में मध्यप्रदेश के जबलपुर निवासी एक नाबालिग से बहला-फुसलाकर दुष्कर्म का प्रयास करने की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपित महाराज को हिरासत में ले लिया है। हालांकि शिकायत की सत्यता की भी पुलिस जांच कर रही है। घटना मंगलवार की है। गुरुवार को पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल जांच कराई। रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है।

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आरोप सुजीत महाराज पर है। सोनारी थाना में महाराज से डीएसपी अरविंद कुमार और सोनारी थाना प्रभारी नरेश प्रसाद सिन्हा बुधवार देर रात तक पूछताछ करते रहे। इस दौरान पीड़िता और उसकी भाभी समेत सुजीत महाराज को आमने-सामने किया गया। नाबालिग की भाभी महाराज से यह पूछती रही कि कमरा बंद कर क्या कर रहे थे?

वहीं सुजीत महाराज यह कहते रहे कि कुछ गलत नहीं किया। बच्ची को लड़ाई-झगड़ा नही करने को कह रहा था। उनका कहना था कि वे हर जांच के लिए तैयार हैं। वे जहां रहते हैं वहां सीसीटीवी कैमरा लगा है। उसे भी खंगाला जाना चाहिए। सिटी एसपी प्रभात कुमार गुरुवार को मामले में दोनों पक्ष से पूछताछ करनेवाले हैं।

10 दिन आश्रम में ठहरा परिवार

डीएसपी अरविंद कुमार ने बताया कि पीड़िता की लिखित शिकायत पर सुजीत महाराज को हिरासत में लिया गया है। नाबालिग अपने भाई-भाभी और भतीजा-भतीजी के साथ करीब 40 दिन पहले जबलपुर से जमशेदपुर आई। सोनारी आश्रम में 10 दिन तक परिवार ठहरा, जैसा कि नाबालिग की भाभी ने बताया। उनका कहना था कि उनका पुत्र और पुत्री टाटा मेहरबाई कैंसर अस्पताल में दाखिल है।

घटना की कहानी, पीड़िता की भाभी की जुबानी

नाबालिग की भाभी ने पुलिस को बताया कि मंगलवार दोपहर जब वह जागी तो देखा कि खाना नही बना है इसको लेकर ननद से विवाद हुआ। कुछ समय बाद देखा कि ननद घर पर नही है। उसका बैग भी नहीं हैं। खोज करती हुई शाम पांच बजे के करीब वह आश्रम पहुंची। वहां सुजीत महाराज के कमरे की ओर गई। दरवाजा सटा हुआ था। दरवाजा खुलने पर जब कमरे की ओर गई तो देखा कि ननद काफी घबराई हुई थी। महाराज कहने लगे कि लड़ाई-झगड़ा नही करो। ननद का चप्पल भी छुपाकर रखा गया था। वह ननद को लेकर घर चली आई। वहां उसने खाना नही खाया। वह अस्वस्थ लग रही थी। बुधवार को ननद ने बताया कि सुजीत महाराज से बहला-फुसला रहे थे। मिठाई और फल खिलाते हुए गलत हरकत का प्रयास कर रहे थे, इसी बीच आप (भाभी) आ गई।


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