Jamshedpur के मंदिर में भगवान भोलेशंकर के नंदी पीने लगे पानी ! Jamshedpur News
जमशेदपुर के मंदिर में भगवान शिव के नंदी के पानी पीने की चर्चा क्या फैली पानी पिलाकर पुण्य बटोरने की होड़ मच गई। मिथक और अंधविश्वास की बात आस्था के हिलारे में पीछे छूट गई।
जमशेदपुर, जासं। जानकार इसे मिथक और अज्ञानतावश चमत्कार मानते हैं, लेकिन आस्था के हिलोरे में यह बात पीछे छूट गई। जमशेदपुर के मंदिर में भगवान शिव के नंदी के पानी पीने की चर्चा क्या फैली, पानी पिलाकर पुण्य बटोरने की होड़ मच गई। लोगों ने नंदी को पानी पिलाकर खुद को धन्य कर लिया।
यह हुआ साकची इलाके के बाराद्वारी कम्हारपाड़ा स्थित शिव शनि हनुमान मंदिर में। यहां शनिवार सुबह शिव के नंदी चांदी के चम्मच से पानी पीने लगे। हुआ यूं कि हर दिन की भांति मंदिर के पुजारी पंडित पवन भार्गव शनिवार की सुबह पूजा-अर्चना कर रहे थे। इस दौरान वे सभी मूर्तियों को चांदी के चम्मच से पानी पीला रहे थे। जैसे ही नंदी के सामने चम्मच से पानी ले गए पानी गायब हो गया। दो-तीन बार ऐसा होने के बाद उन्होंने मंदिर के संस्थापक विनोद कुमार गुप्ता को इसकी जानकारी दी। देखते ही देखते खबर चारों ओर फैल गई। लोग जुटने लगे और एक के बाद एक कतारबद्ध होकर नंदी महाराज को पानी पिलाने लगे।
ये कहते भौतिक विज्ञानी
भौतिक विज्ञानी मूर्ति के पानी या दूध पीने को पदार्थ विज्ञान की एक सहज प्रक्रिया बताते हैं। उनका कहना है कि नंदी की प्रतिमा का जल-दूध पीना महज एक मिथक है। यह पदार्थ विज्ञान के पृष्ठ तनाव से जुड़ा विषय है, जो कि पदार्थ का एक विशेष गुण है। हर पदार्थ अपने पृष्ठीय क्षेत्रफल को न्यूनतम करना चाहता है। न्यूनतम क्षेत्रफल की प्रक्रिया में चम्मच में फैला हुआ जल या दूध पृष्ठ तनाव के कारण सिकुड़ता हुआ प्रतीत होता है, जिसे लोग अज्ञानतावश चमत्कार मानते हैं।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप