Jamshedpur : भुइंयाडीह से भिलाई पहाड़ी तक स्वर्णरेखा पर बनेगा एक और फोरलेन पुल: रघुवर दास
रांची-टाटा मार्ग एनएच 33 के कांदरबेड़ा से सोनारी दोमुहानी को जोड़नेवाले पुल का गुरुवार को लोकार्पण हुआ। इसके साथ ही एनएच 33 के दो खंड के निर्माण का शिलान्यास भी हुआ।
जमशेदपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि जमशेदपुर में भुइंयाडीह में लिट्टी चौक से एनएच 33 की तरफ भिलाई पहाड़ी तक स्वर्णरेखा पर एक और फोरलेन पुल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह आएंगे और डेढ़ महीने बाद इस पुल का शिलान्यास करेंगे। ताकि शहर की जनता को आवागमन में कोई दिक्कत नहीं हो। वाहन आसानी से शहर से एनएच 33 तक पहुंच जाएं।
उन्होंने कहा कि दोमुहानी ब्रिज के खुल जाने से आदित्यपुर, गम्हरिया और सोनारी के आसपास के बड़े वाहन कांदरबेडा रोड के जरिए एनएच 33 तक आ जाएंगे। उधर, जमशेदपुर के पूर्वी हिस्से में लुआबासा में स्वर्णरेखा पर ब्रिज बन रहा है। उधर के भी बड़े वाहन आसानी से एनएच 33 तक पहुंच जाएंगे और मानगो और शहर के लोगों को जाम से निजात मिल जाएगी। रांची-टाटा मार्ग एनएच 33 के कांदरबेड़ा से सोनारी दोमुहानी को जोड़नेवाले पुल का गुरुवार को लोकार्पण हुआ। इसके साथ ही एनएच 33 के दो खंड के निर्माण का शिलान्यास भी हुआ। दोनों ही कार्यक्रम आसनबनी में आयोजित किए गए। इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास और खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय के साथ ही जमशेदपुर के सांसद मौजूद रहे। सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ऑनलाइन किया।
इस मौके पर पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव केके सोन ने कहा कि केंद्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने 164 किलोमीटर लंबी एनएच-33 के शेष कार्य को पूरा करने की स्वीकृति दी। इसके बाद टेंडर कर कंपनी को कार्य आवंटित भी हो गया। काम जल्द शुरू हो जाएगा । उन्होंने कहा कि दोमुहानी पुल बड़े वाहन के लिए आज से खोल दिया गया है। कांदरबेड़ा- दोमुहानी सड़क और दोमुहानी ब्रिज का भी लोकार्पण किया जा रहा है। इससे ट्रैफिक सुचारू होगा।
गडकरी के प्रयास से सपना हुआ साकार: विद्युत
सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के प्रयास से आज रांची से महुलिया तक एनएच -33 के निर्माण का सपना साकार हो रहा है। कांग्रेस सरकार ने ऐसी कंपनी को काम दिया था जिसने काम अधूरा छोड़ दिया। अब इसका नए सिरे से टेंडर हुआ। एनएच को चार खंड में बांटा गया है ताकि काम जल्द से जल्द पूरा हो जाए। उधर, महुलिया से बहरागोड़ा तक कंक्रीट की सड़क 1000 करोड़ रुपए की लागत से तकरीबन बन चुकी है।
एक अप्रैल से शुरू हो जाएगा एनएच का निर्माण
एनएच 33 पर चिलगू-महुलिया खंड का निर्माण 379 करोड़ रुपये में गुजरात की आयरन ट्रैंगल लिमिटेड करेगी। रांची-रड़गांव खंड का निर्माण 351 करोड़ रुपये की लागत से कोलकाता की बीवीईपीएल भारतीय कंपनी करेगी। इसके साथ ही रांची में एनएच 33 यानि रांची रिंग रोड का निर्माण का काम 380 करोड़ में रामकृपाल को मिला है। एक अप्रैल से एनएच 33 के दोनों खंडों का निर्माण शुरू कर देना है।
दो बार पहले भी हो चुका है एनएच का शिलान्यास
रांची-बहरागोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 33 का शिलान्यास पहले भी दो बार हो चुका है। एक बार दिसंबर 2012 में तब एनएच 33 का शिलान्यास हुआ था जब इसका निर्माण कार्य मधुकॉन कंपनी ने शुरू किया था। इसके बाद इसका शिलान्यास 27 जनवरी 2016 को केंद्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने घाटशिला में किया था। अब एनएच 33 का तीसरी बार आसनबनी में शिलान्यास किया गया है। रांची-महुलिया खंड पर एनएच 33 के चौड़ीकरण का ठेका मधुकॉन कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को 2012 में मिला था। तब इसकी लागत 1479 करोड़ रुपये थी। इसके बाद बाकायदा इसका शिलान्यास किया गया। इसके बाद 15 दिसंबर 2012 को मधुकॉन ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया, लेकिन बात बनी नहीं।
पारडीह काली मंदिर से डिमना तक फ्लाईओवर
एनएच 33 पर पारडीह कालीमंदिर से डिमना चौक तक फ्लाईओवर बनाया जाएगा। फ्लाईओवर का निर्माण भी गुजरात की कंपनी आयरन ट्रैंगल करेगी। फ्लाईओवर की लागत चिलगू से महुलिया तक एनएच 33 के निर्माण की लागत में ही समाहित है। चिलगू से महुलिया तक सड़क का निर्माण 379 करोड़ रुपये से होगा। ये सड़क फोरलेन बनाई जाएगी। रास्ते में पारडीह कालीमंदिर पड़ता है। कालीमंदिर को बचाने के लिए ही यहां फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव तैयार हुआ था। बाद में मंदिर के सामने पहाड़ काट कर सड़क चौड़ी करने का प्रस्ताव तैयार हुआ। फ्लाईओवर पारडीह कालीमंदिर से थोड़ा आगे से शुरू हो जाएगा और डिमना चौक के थोड़ा आगे तक बनाया जाएगा। एनएचएआइ के एक अधिकारी के अनुसार फ्लाईओवर की लागत सवा सौ करोड़ के आसपास आएगी। ये फ्लाईओवर साढ़े तीन किलोमीटर लंबा होगा। एनएचएआइ के अधिकारियों ने बताया कि पारडीह कालीमंदिर से डिमना चौक तक वर्तमान सड़क पूर्ववत रहेगी।
दोमुहानी ब्रिज खुलने से मानगो को जाम से निजात
दोमुहानी ब्रिज के बड़े वाहनों के लिए खोल दिए जाने से शहरवासियों को बड़ी सहूलियत होगी। मानगो के लोगों को जाम से निजात मिलेगी। यही नहीं, शहर के बड़े वाहनों के लिए रांची जाने का रास्ता कम हो जाएगा। इससे रांची के सफर में आधे घंटे की बचत होगी। शहर के लोगों को दोमुहानी ब्रिज के बड़े वाहन के लिए खुलने का इंतजार बेसब्री से था। अब शहर के लोगों को सड़क मार्ग से रांची जाने के लिए मानगो जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही मानगो के लोगों को भी सहूलियत हो जाएगी। बड़े वाहन दोमुहानी ब्रिज से निकल जाने से मानगो में जाम नहीं लगेगा।
एनएच बनने से अंतरराष्ट्रीय फलक पर चमकेगी लौहनगरी
रांची-महुलिया (एनएच) 33 के फोरलेन बन जाने से जमशेदपुर में विदेशी निवेश का आना तेज हो जाएगा। यहां विदेशी कंपनियां अपनी इकाई खोलेंगी और कारोबार भी बढ़ेगा। इस तरह, एनएच 33 बन जाने के बाद लौहनगरी अंतर्राष्ट्रीय फलक पर चमकेगी। लौहनगरी के साथ ही कोल्हान का भी विकास होगा।