कचरे से आजादी : बस्तियों के लिए वरदान साबित हो रही लक्ष्मीनगर बस्ती विकास समिति
लक्ष्मीनगर बस्ती विकास समिति कचरे के निष्पादन से लेकर आधा दर्जन बस्तियों में स्वच्छता अभियान चलाती है। समिति का गठन 1983 में हुआ था
जमशेदपुर, अरविंद श्रीवास्तव। टेल्को क्षेत्र में लक्ष्मीनगर बस्ती विकास समिति एक ऐसी सामाजिक संस्था है जो अपने कार्यों से शहर में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। समिति के कार्यों व सहयोग भावना से आधा दर्जन बस्तियों के हजारों लोग लाभान्वित होते हैं। समिति का गठन 1983 में हुआ था, तब से यह अपनी क्रियाशीलता से आम लोगों के लिए काम करती आ रही है।
साफ-सफाई का मामला हो या फिर सड़क मरम्मत या जलजमाव, हर समस्या को सुलझाने के लिए समिति आगे बढ़कर काम करती है। समिति की कार्यकारिणी में कुल बीस सक्रिय सदस्य हैं जो आपसी चंदे व अन्य सहयोग राशि से बस्तियों की गंदगी का निष्पादन करते हैं तो हरेक साल बरसात के दिनों में नालियों की साफ-सफाई से लेकर जल जमाव को हटाने व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी कराते हैं। समय-समय पर पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम के तहत सभा व जागरूकता रैली भी निकालते हैं।
स्वयं करते श्रमदान
तीन साल पूर्व ट्यूब कंपनी से होकर लक्ष्मीनगर-प्रेमनगर जाने वाला प्रमुख नाला बरसात के पानी से भर गया था। नाले की गंदगी सड़क पर बहने लगे थे। लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर रहा था। उस समय भी समिति ने बढ़-चढ़कर काम किया था। अक्षेस के सहयोग से स्वयं श्रमदान कर नाले की साफ-सफाई करायी थी। सफाई में लगे मजदूरों को आपसी चंदे से मजदूरी दी गई। समिति के अध्यक्ष एसएस प्रसाद, सचिव नरेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश, सहायक सचिव नारायण कुमार हैं, जिनकी देखरेख में समिति बस्तीवासियों के हित में काम करते आ रही है।
ये है कार्यक्षेत्र
समिति का कार्यक्षेत्र लक्ष्मीनगर के अलावे प्रेमनगर, बजरंगी बगान, झगरू बगान आदि बस्तियां हैं जहां संस्था के सदस्य सड़क पर जलजलाव, कचरे का निष्पादन से लेकर नालियों की साफ-सफाई व मच्छरों से निजात दिलाने के लिए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने का काम करते हैं। इस साल भी बरसात शुरू होने के साथ ही यहां के मुख्य नाले की साफ-सफाई कराने व ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव कराने का काम शुरू है। बस्तियों में साफ-सफाई कराने, सड़क से गंदगी हटाने व कूड़ादान में कचड़े को रखवाने का काम भी समिति कराती है। समिति के प्रयास से ही 2006 से जुस्को ने इन सभी बस्तियों में पेयजल आपूर्ति करना प्रारंभ किया है। जल का सही निस्तारण का काम भी समिति कराती है।