अजीबोगरीब: पिछले तीन दिन से एक ही जगह स्थिर खड़ा है युवक
हेमंत मोदक के पड़ोसी समीर कुमार मोदक का कहना है कि पिछले दो महीने से हेमंत अपना मानसिक संतुलन धीरे- धीरे खोता गया। आज स्थिति यह है कि एक जगह पर खड़ा हुआ है।
राजनगर (सरायकेला-खरसावां), जासं। कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर प्रखंड क्षेत्र के मुडीयापाड़ा गांव में हेमंत कुमार मोदक उर्फ रातू नाम का युवक पिछले तीन दिन से एक ही जगह पर खड़ा है। एक ही जगह खड़े-खड़े युवक के पैरों में सूजन आ गई है। शरीर सूखने लगे हैं। परंतु युवक को न धूप का अहसास हो रहा है न बरसात का।
अजीबोगरीब हालात में खड़े इस युवक को देखकर हर कोई अवाक रह जा रहा है। आखिर कैसे कोई इस तरह एक ही जगह बिना हिले-डुले खड़ा हो सकता है। युवक पूरी तरह से अपनी सुध- बुध खो बैठा है। युवक की ऐसी स्थिति से उसके परिजन पूरी तरह से हैरान-परेशान हैं। बताया जा रहा है कि युवक अपना मानसिक संतुलन खो चुका है और पिछले दो दिनों से खाना- पीना भी बंद कर दिया है। परिवार वाले उसे उठाकर घर में बैठाने की कोशिश करते हैं परंतु फिर से वह वहीं पर आकर खड़ा हो जाता है। बैठता भी नहीं है। सिर्फ खड़ा रहता है। उसे धूप और बरसात का कोई अहसास नहीं हो रहा। जस का तस दिन- रात एक ही जगह खड़ा है। सो भी नहीं पा रहा है। युवक की इस हालत से माता- पिता काफी परेशान हैं। घर में युवक के बूढ़े -मां बाप अकेले हैं। एक बहन की शादी हो चुकी है। हेमंत के अलावे कोई और कमाने वाला नहीं है।
विगत दो माह से हेमंत मानसिक संतुलन खोता गया
हेमंत मोदक के पड़ोसी समीर कुमार मोदक का कहना है कि पिछले दो महीने से हेमंत अपना मानसिक संतुलन धीरे- धीरे खोता गया। आज स्थिति यह है कि एक जगह पर खड़ा हुआ है। पिछले दो दिनों से खाना- पीना भी छोड़ दिया है। न बैठता है, न सोता है। परिवार वाले घर के अंदर जबरन ले जाते हैं फिर वह चलकर वहीं आकर खड़ा हो जाता है। हेमंत का जमशेदपुर के किसी मानसिक डॉक्टर से इलाज चल रहा था। दवा असर भी करने लगा था। परंतु लॉकडाउन के बाद से दवा भी उपलब्ध नहीं हो पायी। हेमंत ही परिवार का एकमात्र कमाने वाला है। माता-पिता वृद्ध अवस्था में हैं। राजनगर के साहू कॉलोनी में इनकी इलेक्ट्रॉनिक दुकान भी है जहां वह रिपेयरिंग और सेल का काम करते थे। लॉकडाउन के बाद काम -धंधा ही चौपट हो गया। शायद अधिक तनाव की वजह से इनकी स्थिति इस तरह हुई है।
इसी वर्ष हुई थी शादी
हेमंत के माता-पिता ने बताया के पहले वह बिल्कुल ठीक-ठाक था। पिछले दो महीने से मानसिक संतुलन बिगड़ता गया। घर में हम दोनों अकेले हैं। हेमंत ही कमाकर परिवार चलाता था। इसी वर्ष इसकी शादी भी हुई थी। लेकिन शादी के बाद से हेमंत की स्थिति और ज्यादा खराब हो गई।
राजनगर में इलेक्ट्रॉनिक दुकान चलाता था
मानसिक संतुलन खो चुके हेमंत मोदक राजनगर के साहू कॉलोनी में इलेक्ट्रॉनिक दुकान चलाते थे। वह टीवी, फंखा से लेकर तमाम इलेक्ट्रॉनिक चीजों की रिपेयरिंग का काम करते थे। वह लोगों से काफी मिलनसार रहते थे और हमेशा खुश दिखे जाते। परंतु अचानक पिछले दो माह से उनकी मानसिक स्थिति खराब होती गई।