CoronaVirus Effect : काटने को दौड़ रही विदेशों की वीरान सड़कें, जाने हालात वहां रह रहे भारतीयों की जुबानी
CoronaVirus. दैनिक जागरण की टीम ने फोन पर विदेशों में रह रहे जमशेदपुर के लोगों से उनका हाल जानने का प्रयास किया तो पता चला हर जगह स्थिति भयावह होती जा रही है।
जमशेदपुर, जितेंद्र सिंह /मनोज सिंह। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में अपने पांव पसार दिए हैं। क्या यूरोप, क्या अमेरिका, हर जगह सड़कें सुनसान हैं। मॉल में लंबी कतार लगी हुई हैं। आलम यह है कि लोग टिश्यू पेपर तक की छीनाझपटी कर रहे हैं। लोग घर में सिमटकर रह गए हैं। रेस्तरां में सिर्फ दस लोगों के एक साथ खाने की इजाजत है। दैनिक जागरण की टीम ने फोन पर विदेशों में रह रहे जमशेदपुर के लोगों से उनका हाल जानने का प्रयास किया तो पता चला हर जगह स्थिति भयावह होती जा रही है।
घर में ही सब्जी उगाने को मजबूर
अपनी पत्नी केट कौर के साथ जमशेदपुर के सोनारी निवासी राजदीप। सौजन्य : राजदीप
सोनारी में रहनेवाले पूर्व अंतरराष्ट्रीय साइक्लिस्ट अवतार सिंह के पुत्र राजदीप सिंह अमेरिका के ओरेगॉन के पोर्टलैंड सिटी में रहते हैं। वह हाईस्टर कंपनी में इंजीनियर हैं, जो फोरक्लिप बनाती है। राजदीप ने बताया कि पोर्टलैंड की हालत बहुत खराब है। यहां अब बर्फ गिर रहा है। सड़कें सूनी हैं। लोगों को घरों से बाहर निकलना मना कर दिया गया है। जिस पर शक हो रहा है, उसे घर में ही क्वारंटाइन कर दिया जा रहा है, जिसे समय-समय पर जांच करने डॉक्टरों की टीम पहुंचती है। कंपनियों में वर्क फ्रॉम होम लागू कर दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि यह लंबे समय तक रह सकता है। ऐसे में राजदीप अपनी अमेरिकी पत्नी केत कौर के साथ घर के बागान में ही आलू-प्याज, मूली-गाजर उगाना शुरू कर दिया है। अभी से ही राशन, फल व सब्जी की कमी महसूस की जा रही है। मॉल में लंबी लाइन लगी हुई है।
कैलिफोर्निया के मॉल में खाद्य सामग्री की कमी
कनाडा के बैंकुवर में खाली शॉपिंग मॉल। फोटो स्रोत रोहन
अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के सबसे बड़े शहरों में से एक सैन फ्रांसिस्को में रहने वाले भारतीय परिवार पूरी तरह सकते में हैं। मानगो सहारा सिटी में रहने वाले पुष्पिंदर सिंह के पुत्र परमीत सिंह अपने बुआ दलजीत कौर व सीमर कौर के साथ रहते हैं। परमीत सिंह ने बताया कि सैन फ्रांसिस्को की स्थिति इतनी भयावह है कि बाजार पूरी तरह सुनसान हैं। यहां वालमार्ट सबसे बड़ा मार्ट है, जो खाली हो चुका है। जिस सड़क पर तिल रखने की जगह नहीं होती है, वह पूरी तरह खाली है। परमीत सिंह कहते हैं कि सरकार ने कोरोना के कारण स्पष्ट चेतावनी दे दी है कि ज्यादा जरूरत है तभी घर से बाहर निकलें अन्यथा घर के अंदर ही रहें।
कनाडा में खाद्य सामग्री के दाम सातवें आसमान पर
कनाडा के बैंकुवर में रहनेवाले रोहन परिहार। फोटो स्रोत- रोहन
कनाडा के वैंकूवर में रहने वाले भारतीय परिवार तो अपने घरों में कैद हो चुके हैं। दो महीने के खाने पीने का सामान घरों में जमा करके रखे हैं। रोहन परिहार व उनकी बुआ रूपा परिहार ने बताया कि बाजार, मार्केट, एयरपोर्ट पर इक्का-दुक्का आदमी ही नजर आ रहा है। घर से बाहर निकलना मना है। लोगों को बस एक ही काम है, अधिक से अधिक खाने पीने का सामान इकट्ठा करना। लोगों ने जमाखोरी करना शुरू कर दिया है, ऐसे में खाद्य सामग्री के दाम सातवें आसमान पर पहुंच गया है।
क्राइस्टचर्च में एक ही दिन में मिले आठ संक्रमित मरीज
न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में रहने वाले रोहन सिंह। फोटो स्राेत रोहन
अमेरिका व कनाडा की तरह न्यूजीलैंड की हालत भी अब नियंत्रण से बाहर होती दिख रही है। क्राइस्टचर्च में रहने वाले काशीडीह के रोहन सिंह ने बताया कि मंगलवार को न्यूजीलैंड में एक व्यक्ति में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया था। बुधवार आते-आते कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की संख्या आठ तक पहुंच गई। लोगों को घर से बाहर निकलना मना कर दिया है। सिर्फ बाजार जाने के लिए घर से बाहर जानना है। एक दिन में आठ कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज पाए जाने से चिंता बढ़ गयी है। रोहन ने बताया कि वह खाने पीने का सामान स्टोर कर लिया है, लेकिन बाहर घूमना बंद कर दिया है।
मानगो की रहने वाली रेहाना को याद आ रहा जमशेदपुर
न्यूजीलैंड में टिशू पेपर व सैनिटाइजर के लिए मारामारी। फोटो स्रोत हरमन
क्राइस्टचर्च में रहने वाली आजादनगर, मानगो की रहने वाली रेहाना को मुसीबत की इस घड़ी में जमशेदपुर की याद आ रही है। स्थिति यह है कि फ्लाइट तक कैंसिल हो चुके हैं। स्कूल तो पहले ही बंद कर दिए गए थे। बाजार में लोग एक-दूसरे को सशंकित निगाह से देख रहे हैं। अभी से लोग खाद्य सामग्री जमा करना शुरू कर दिया है। ऐसे में महंगाई बढ़ गई है। हालांकि कोरोना वायरस के कारण लोग अपने घरों में खाद्य सामग्री जमा कर रखे हैं।
राउरकेला के युवक को न्यूजीलैंड जाते ही घर में क्वारंटाइन कर दिया
क्राइस्टचर्च के शॉपिंग माल में खरीददारी के लिए लाइन में लगे लोग।
ओडिशा के राउरकेला निवासी हरमन सिंह न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में नौकरी करते हैं। वह हाल ही छुट्टी में घर आए थे। बुधवार को जैसे ही वह क्राइस्टचर्च एयरपोर्ट पहुंचे, उन्हें तुरंत ही क्वारंटाइन में भेज दिया गया। हरमन के दोस्त रोहन सिंह ने बताया कि जैसे ही हरमन एयरपोर्ट पर उतरा उसे चिकित्सीय टीम अपने कब्जे में कर लिया। उसे उसके घर पर ही ले जाकर क्वारंटाइन कर दिया। चिकित्सकों ने बताया कि वह 14 दिनों तक घर से बाहर नहीं निकलेगा। चिकित्सक प्रतिदिन उसकी जांच करेंगे। हालांकि हरमन की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
सैन फ्रांसिस्को एयरपोर्ट पर सन्नाटा। फोटो स्रोत पुष्पिंदर सिंह
क्राइस्टचर्च में वीरान सड़कें। फोटो स्रोत रोहन।
सैन फ्रांसिस्को में जहां पैर रखने की जगह नहीं होती थी,आज कोरोना के कारण वीरान नजर आ रहा है। फोटो स्रोत पुष्पिंदर सिंह।
अमेरिका के ओरगॉन जिले के पोर्टलैैंड सिटी में सूनी पड़ी सड़क। मानो यहां कफ्र्यू लग गया हो। फोटो स्रोत राजदीप