केयू के प्रोवीसी के क्लास लेने का अंदाज छात्रों को भाया
कोल्हान विश्वविद्यालय में प्रोवीसी ने नई परंपरा की शुरुआत की है। वे लगातार तीन दिनों से एमएससी की कक्षाएं ले रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोई कितने भी बड़े पद पर हो, अगर वह शिक्षक हैं तो उसे पढ़ाने से ज्यादा आनंद किसी में नहीं आता है। ऐसा ही नजारा कोल्हान विश्वविद्यालय (केयू) में देखने को मिला। कोल्हान विश्वविद्यालय में एक नई पहल चर्चा के केंद्र में है। विश्वविद्यालय के प्रोवीसी पिछले तीन दिनों से लगातार एमएससी रसायन के विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं। 'अप्लीकेशन ऑफ गु्रप थ्योरी इन केमिस्ट्री' विषय पर प्रोवीसी डॉ. रणजीत कुमार सिंह का व्याख्यान पाकर विद्यार्थी काफी संतुष्ट हैं। विभागाध्यक्ष डॉ. पीबी तिवारी ने बताया कि इस विषय पर झारखंड और बिहार में गिने चुने ही विशेषज्ञ वक्ता हैं। प्रोवीसी सर के इस व्याख्यान से विद्यार्थियों को बड़ा लाभ होगा। हमारी कोशिश होगी कि इनके व्याख्यान को रिकॉर्ड करके केयू की वेबसाइट पर भी उपलब्ध करा दें। प्रोवीसी डॉ. सिंह ने कहा कि शिक्षण मेरा पेशा ही नहीं जुनून भी है। बच्चों को पढ़ाने के साथ प्रशासनिक दायित्व निभाने में स्वयं को ऊर्जावान बना पाता हूं। यह शिक्षण कार्य मन को संतुष्टि देता है। जब मन संतुष्ट होता है तो कोई भी कार्य बड़ी आसानी के साथ कर सकता हूं। एमएससी के बच्चे काफी ऊर्जावान है। उनकी ऊर्जा को देखकर हमें भी जोश आ जाता है। छात्रों की ऊर्जा को बनाये रखने के लिए इस तरह का शैक्षणिक कार्य सभी को करना होगा। अगर वे शिक्षक है तो पहले शिक्षक का दायित्व निभायें उसके बाद प्रशासनिक दायित्व। प्रोवीसी सर के क्लास लेने का अंदाज भी छात्रों को खूब भाया। लगातार तीन दिनों से रोजाना वे एक घंटे का क्लास ले रहे हैं।